भिलाई,न्यूज़ धमाका :- बीएसपी कर्मचारियों को आवास के रखरखाव के नाम पर प्रबंधन द्वारा सालाना 1050 से 1750 रुपये तक की राशि दी जाती है। बीते नौ साल से इस दर को प्रबंधन द्वारा रिवाइज नहीं किया गया है। ऐसे में कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वर्तमान महंगाई में के दौर में यह राशि बहुत कम है। गुरुवार को इंटक यूनियन की बैठक में भी यह मुद्दा उठा। पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि प्रबंधन कम से कम 25 हजार सालाना यह राशि दे। बैठक में बकाया एरियर्स व कर्मचारीहित से जुड़े कई और मुद्दों को भी उठाया गया।
बीएसपी स्टील एंप्लाइज यूनियन इंटक की कार्यकारिणी की बैठक इंटक कार्यालय में हुई। महासचिव एसके बघेल ने कहा कि कर्मचारियों के 39 महीने का एरियर जल्द प्रदान करने एवं नया वेतनमान जल्द लागू कर उसका भी एरियर प्रदान करने के लिए सेल प्रबंधन एवं इंटक यूनियन के राष्ट्रीय नेतृत्व से चर्चा कर एनजेसीएस की बैठक बुलाए। इसमें एरियस की राशि का निर्णय कर कर्मचारी को जल्द भुगतान करे। इसके लिए इंटक यूनियन ने लगातार प्रयास कर रही है।
उप महासचिव विपिन मिश्रा ने बताया कि कर्मचारियों को आवास व बिजली लाइन के मेंटेनेंस व पुताई आदि के लिए दी जाने वाली राशि बहुत ही कम है। महासचिव ने बताया कि इसके लिए इंटक यूनियन मुख्य महाप्रबंधक नगर प्रशासन यूके झा के साथ बैठक की थी। 25 हजार रुपये सालाना की मांग पर मुख्य महाप्रबंधक ने उधा प्रबंधन से चर्चा की बात कही है।
नाइट एलाउंस 500 मिले
यूनियन की बैठक में अतिरिक्त महासचिव संजय साहू ने मांग रखी कि सेल के कर्मचारियों का पेंशन स्कीम के तहत जो राशि दी जाती है उसके उपरांत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम कोल इंडिया की भांति 10 रुपये प्रति टन कीमत में जोड़कर जो राशि साल भर में होती है उसे सभी कर्मचारियों के पेंशन फंड में वितरित किया जाता है उसी तर्ज पर सेल में स्टील के भाव में 10 रुपये प्रति टन राशि जोड़कर जो राशि प्राप्त होगी उसे सेल के कर्मचारियों में वितरित करें।
जिससे कर्मचारियों को बेहतर पेंशन मिल सके। चंद्रशेखर ने रात्रि भत्ता 500 रुपये प्रतिदिन करने, दीनानाथ सिंह ने दोनों पाली में पानी की मांग की। आर दिनेश ने इंसेंटिव रिवाइज करने की मांग की। आज बैठक में पीयूष कर, पूरण वर्मा, एसके खिचरिया, रमेश तिवारी, मदनलाल सिन्हा, सधिादानंद पांडे, पीवी राव, वंश बहादुर सिंह, तुरिंदर सिंह, शेखर शर्मा, अनिमेष पसीने सहित अन्य रहे।