बिलासपुर,न्यूज़ धमाका :-सीएम भूपेश बघेल के सरगुजा प्रवास के दौरान तेवर देखकर जिला प्रशासन के अधिकारियों में सरगर्मी बढ़ गई है। राजस्व अमला अब गांवों का रुख करने की योजना बना रहे हैं। राजस्व से संबंधित प्रकरणों के निपटारे के लिए गांव-गांव में शिविर लगाएंगे व मौके पर ही किसानों व ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करेंगे।जिला प्रशासन के अधिकारी से लेकर मैदानी अमला अमला अब गांवों में नजर आएगा।
राजस्व प्रकरणों को लेकर सबसे ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं। राजस्व संबंधी मामलों के निराकरण में मैदानी अमला फिसड्डी साबित हो रहा है। इससे जिला प्रशासन के साथ ही सरकार की छवि भी खराब होने लगी है। लोगों की परेशानी दूर होने का नाम ही नहीं ले रही है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो बिलासपुर जिले में तकरीबन साढ़े 11 हजार राजस्व से संबंधित प्रकरण तहसील कोर्ट में पेंडिंग है। प्रकरणों के संबंध में लोगों की आवाजाही लगी ही रहती है। इसके बाद भी राहत नहीं मिल रही है। सीमांकन बटांकन और नामांतरण जैसे मामूली प्रकरणों के लिए लोगों को तहसील कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इससे परेशानी बढ़ती ही जा रही है।
गांव में लगेंगे शिविर बड़ी
ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता में रखा गया है। बड़ी पंचायतों में शिविर के जरिए राजस्व संबंधी मामलों का निराकरण करेंगे। इसके बाद छोटी पंचायतों का क्लस्टर बनाकर शिविर लगाएंगे व राजस्व प्रकरणों के अलावा अन्य समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। इसके लिए राजस्व अमलों की टीम भी बनाई जा रही है। राजस्व के अलावा कृषि विभाग के मैदानी अमले को भी शामिल किया जा रहा है। एक महीने बाद किसान खरीफ फसल की तैयारी में जुट जाएंगे। खाद व बीज के अलावा अन्य सामग्री के लिए किसानों को भटकना ना पड़े इसके लिए अभी से ही तैयारी की जा रही है। किसानों की दिक्कतों को दूर करने के लिए कृषि विभाग ने नियंत्रण कक्ष प्रारंभ कर दिया है।