विनोद सावंत
रायपुर,न्यूज धमाका:- कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग व समाज कार्य विभाग एवं अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में डॉक्यूमेंट्री मेकिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में देश के सुप्रसिद्ध डॉक्यूमेंट्री व फिल्मकार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता एवं समाजसेवक मेघनाथ आखरा एवं छत्तीसगढ़ के फिल्मकार अजय.टी.जी रहे ।
मेघनाथ आखरा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के वनांचल क्षेत्र में आदिवासी समुदाय के लोग जंगल को बचाने में जुटे हुए हैं एवं उद्योगपति व सरकार जंगल में मिलने वाले खनिज पदार्थ को निकाल कर उपयोग करने में लगी हुई हैं।
उन्होंने डॉक्यूमेंट्री व फिल्म की बारीकियों से विद्यार्थियों को रुबरु करवाया। इस अयोजन के दौरान मेघनाथ आखरा ने उनके द्वारा निर्मित 4 डॉक्युमेंट्री फिल्मेॆ दिखाई।
मेघनाथ आखरा का जन्म 29 जून 1953 में मुंबई में हुआ था। वे लगातर पिछले 40 वर्षो से समाजसेवा एवं डॉक्युमेंट्री व फिल्म मेकिंग के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। वे लगातार विनाशकारी विकास के खिलाफ लोगों के संघर्ष के साथ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के फिल्मकार अजय टी.जी ने भिलाई इस्पात संयंत्र और एसईसीएल के निर्माण से आम जनता पर हुई तकलीफों पर आधारित फिल्म दिखाई। इस फिल्म के माध्यम से विद्यार्थियों को फिल्म मेकिंग की बारीकियों को समझाया।फिल्म देखने के पश्चात छात्रों ने सवाल किया और मेघनाथ आखरा और अजय. टी.जी ने उन सभी सवालों के जवाब दिये।
कार्यक्रम में जनसंचार विभागाध्यक्ष डॉ शाहिद अली ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले समय में विभाग द्वारा इस तरह के अन्य कार्यशालाओं का आयोजन होता रहेगा ताकि छात्र मीडिया से जुड़े हुए सभी विषयों को बारीकी से समझ सके और अपने जीवन में इस का लाभ ले सके।
कार्यक्रम का सफल संचालन जनसंचार विभाग के विद्यार्थी दामिनी चंद्रवंशी ने किया।कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन विद्यार्थी आलोक कुमार ने किया।
इस अवसर पर जनसंचार विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ राजेंद्र मोहंती, पुरषोत्तम ठाकुर, छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध कवि प्रतीक तारक व विद्यार्थियों के साथ शोधार्थी भी उपस्थित थे।