रायपुर न्यूज़ धमाका // राजधानी पुलिस हाइप्रोफाइल हत्या के मामलों को सुलझाना चुनौती बना हुआ है। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट की टीम पुराने हत्या और हाल ही में हुई डकैती की जांच में जुटी हुई है। छछानपैरी, बोथरा, युवराज चौहान हत्याकांड, टिकरापारा महिला हत्याकांड की जांच अधूरी ही है। कोई ठोस सबूत पुलिस के हाथ नहीं लगा है।वहीं एक सप्ताह पहले सांई वाटिका टिकरापारा में हुई डकैती काे सात दिन से ज्यादा का समय बीत गया है। पुलिस भी अब शांत बैठ गई है। उल्लेखनीय है कि 2016 से लेकर अब तक इन बड़े मामलों का रायपुर पुलिस राजफाश नहीं कर सकी है। अब एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट को केस साल्व करने की जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि अब तक पुलिस की जांच में कुछ भी हाथ नहीं लगा है।
केस – 1 : छछानपैरी कांड
वर्ष 2016 में राजधानी से लगे छछानपैरी गांव में हमले में एक वृद्ध की मौत और दूसरा घायल हो गया था। घटना के पांच वर्ष बीतने के बाद भी हत्यारों को कोई पता नहीं।केस : 2 – पंकज बोथरा हत्याकांड28 जून 2016 को टिकरापारा इलाके के भैरव नगर सोसायटी में रहने वाले सराफा कारोबारी पंकज बोथरा की बाइक सवार दो युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित कारोबारी का ज्वैलरी से भरा बैग लूटकर फरार हो गए थे। पुलिस ने मामले की जांच कीते हुए लुटेरे को संदेही माना और उसके खिलाफ साक्ष्य जुटाने की कोशिश की, लेकिन विवेचना अधिकारी लुटेरे का अपराध साबित नहीं कर सके।
केस -3 : युवराज चौहान हत्याकांड2 3 अक्टूबर 2016 की रात खमतराई निवासी युवराज चौहान अपनी महिला मित्र के साथ छेरीखड़ी के सूनसान स्थान पर बैठा हुआ था। युवराज को अज्ञात आरोपितों ने पीछे से गोली मार दी। घटनास्थल पर मौजूद मृतक की महिला मित्र ने आरोपितों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। युवराज की हत्या के एक सप्ताह बाद उसकी महिला मित्र की संदिग्ध अवस्था में खुदकुशी कर ली थी। इस मामले में आरोपित अब तक पुलिस की गिरफ्त से दूर है।
केस – 4 : टिकरापारा थाना क्षेत्र में महिला के हत्यारे का अब तक पता नहीं 19 अक्टूबर 2021 को 55 वर्षीय शकुंतला यादव की उसके घर में गला घोटकर हत्या कर दी गई। महिला के हाथ-पैर और मुंह बंधे हुए थे। वहीं अलमारी में रखा सोने चांदी का जेवर गायब था। 20 से ज्यादा संदेहियों से पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन आरोपित तक नहीं पहुंच सकी। हत्या की वजह भी साफ नहीं हो सकी।
एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी गिरीश तिवारी ने कहा, सभी पुराने मामलों की फाइल फिर से खोली गई है। टीम अलग-अलग स्तर पर जांच कर रही हैं।