इंदौर,न्यूज़ धमाका // संस्था संजीवनी सेवा संगम द्वारा विश्व दिव्यांग दिवस के उपलक्ष में शुक्रवार को संस्था परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मूक-बधिर शैक्षणिक संस्थान में पढ़ने, स्कूल और कालेज के करीब 100 छात्र शामिल हुए। यहां हुए आयोजन में मूक-बधिर बालिकाओं ने तारे जमीं पर नृत्य प्रस्तुत दी
छात्रों ने “हम निशक्त नहीं, हम सशक्त हैं’ इस विषय पर भाषण दिया। कार्यक्रम में डीएड करने वाले सामान्य छात्रों ने दिव्यांग के लिए एक ड्रामा भी प्रस्तुत किया। इसमें दीपक ने पुलिस की भूमिका, छत्रा छाया ने मां और सचिन छात्र की भूमिका में थे। इन्होंने साइन लैग्वेज में ड्रामा प्रस्तुत कर बताया कि “मूक-बधिर बच्चों को भी सामान्य बच्चों की तरह शिक्षा व सम्मान मिलना चाहिए। यहां पर छात्रों के लिए नींबू रेस, कुर्सी दौड़, चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया है। कार्यक्रम में अतिथि अरविंदो अस्पताल की डा. छाया गोयल और संस्था के पदाधिकारी कृष्णा झालानी, कुमुदनी तुरकिया, नूतन सिंह झाबुआ भी उपस्थित है।
आयोजन में छात्रों के लिए हुई प्रतियोगिता में विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया है। मुख्य अतिथि डा. छाया गोयल ने बताया कि शारीरिक व मानसिक दिव्यांगता वाले बच्चों को अब दिव्यांग या स्पेशल चाइल्ड कहा जाता है। इन बच्चों में यदि कुछ कमियां है तो कई विशेषताएं भी होती है। इन बच्चों को सहयोग किया जाए तो उच्च पदों व मुकाम तक पहुंच सकते हैं। पहले ऐसे बच्चों को परिवार व समाज के लोग त्याग देते थे लेकिन इन लोगों को यदि प्यार व सहयोग दिया जाए तो यह भी अन्य बच्चों की तरह बेहतर जीवन जी सकते हैं।