कांकेर न्यूज़ धमाका :- जिले के नक्सल प्रभावित ताडोकी क्षेत्र में तीन दिन पहले रात के समय पुलिस और नक्सलियो के बीच मुठभेड़ हुई थी। नक्सलियों ने पुलिस जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से फायरिंग की थी। लगभग एक घण्टे तक दोनों ओर से चली फायरिंग के बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले थे।जिले के नक्सल प्रभावित ताडोकी क्षेत्र में तीन दिन पहले रात के समय पुलिस और नक्सलियो के बीच मुठभेड़ हुई थी। नक्सलियों ने पुलिस जवानों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से फायरिंग की थी। लगभग एक घण्टे तक दोनों ओर से चली फायरिंग के बाद नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले थे। पुलिस ने मामले में नक्सलियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया है।ताड़ोकी थाना क्षेत्र के ग्राम रेखाभाट के पहाड़ी जंगलों में 17 व 18 फरवरी की दरम्यानी रात नक्सलियों ने पुलिस जवानों पर फायरिंग की थी। नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे। जिसके चलते बड़ी संख्या में नक्सली आधुनिक हथियारों के साथ जंगल में मौजूद थे। लेकिन नक्सली अपने नापाक मंसूबे में कामयाब हो पाते इससे पहले ही पुलिस को सूचना मिल गई थी और पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा व सर्चिंग बढ़ा दी थी।सर्चिंग के दौरान ही नक्सलियों ने पुलिस जवानों पर फायरिंग की थी। हालाकि मुठभेड़ में पुलिस जवानों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा था और मुठभेड़ के बाद नक्सली जंगल की ओर भाग निकले थे। उक्त मामले में पुलिस ने ताड़ोकी थाना में माओवादी राजू सलाम, मीना नेताम, मैनू नेगी, गणेश कड़ियाम, सालिक आंचला, रमशीला पोटाई सहित अन्य 30-35 सशस्त्र माओवादियों के खिलाफ भादवि व आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया था।यह थी घटना–
जंगलों में बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पुलिस को मिली थी। सूचना पर 17 फरवरी की रात डीआरजी टीम सर्चिंग पर निकली थी। रात लगभग बारह बजे ग्राम रेखाभाट के पहाड़ी जंगलों में नक्सलियों व पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी। दोनों ओर से लगभग एक घंटे तक फायरिंग चली थी। जिसके बाद सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल की आड़ लेकर भाग निकले। सुबह सुरक्षा बलों ने घटना स्थल की सर्चिंग की। जिसमें मौके से लोगों को घसीटकर ले जाने और खून के धब्बे भी मिले थे। लेकिन किसी भी नक्सली का शव बरामद नहीं हुआ था।