रायपुर न्यूज़ धमाका /// बुलेट प्रूफ और लाइट मोटर गन चलाने की सुविधा से लैस इस ट्रक का नाम भगवान इंद्र के हाथी ‘ऐरावत’ के नाम पर ‘ऐरावत’ रखा गया है। इस एडवांस हाई-टेक ट्रक के मिलने से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में तैनात बीएसएफ के जवानों की ताकत अब कई गुना अधिक बढ़ जाएगी।
यह हाथी के समान विशाल और इतना मजबूत है कि इस पर लैंड माइंस का भी कोई असर नहीं होगा। बीएसएफ के जवान ऐरावत में सवार होकर नक्सल क्षेत्रों में सुरक्षित सर्चिंग ऑपरेशन चला सकेंगे और मुठभेड़ में अंदर बैठकर ही अपने आपको सुरक्षित रखते हुए टारगेट को शूट कर सकेंगे। दुर्ग आरटीओ से रजिस्ट्रेशन के बाद यह सभी वाहन बस्तर के अबूझमाड़ से लेकर रावघाट क्षेत्र, कांकेर और अंतागढ़ में भेज दिए जाएंगे।
यह गाड़ी पूरी तरह से बुलेट प्रूफ है, और इसमें लाइट मोटर गन चलाने की भी सुविधा दी गई है। बीएसएफ के डीआईजी (पीएसओ) सुमंदर दबास ने बताया कि बीएसएफ छत्तीसगढ़ के पास 10 एमपीवी आई हैं। बीएसएफ को दिए गए माइंस प्रोकेटिव व्हीकल मध्यप्रदेश के जबलपुर में तैयार किए गए हैं।
यहां इन गाड़ियों को जंगली क्षेत्र को देखते हुए तैयार किया गया है। इसकी पूरी बॉडी बूलटप्रूफ है। इसके सभी शीशे भी बुलटप्रूफ हैं। इसकी बॉडी इतनी मजबूत है कि लैंडमाइंस का भी इस पर कोई असर नहीं होता है। दुश्मन को मार गिराने और खुद की सुरक्षा के लिए इसमें और भी कई खूबियां हैं, जिसका खुलासा बीएसएफ ने सुरक्षागत कारणों से नहीं किया है।
इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सभी दस्तावेज दुर्ग आरटीओ भेजे गए हैं। रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद इसे अलग-अलग नक्सल क्षेत्रों में भेजा जाएगा। इसके अंदर बैठे जवान लैंड माइंस और फायरिंग से भी पूरी तरह सुरक्षित रहेंगे। इसके अंदर से ही बैठे बैठे जवान दुश्मनों पर जवाबी हमला भी कर सकते हैं। इस एमपीवी को ऐरावत नाम इसीलिए दिया गया है क्योंकि यह हर उस दुर्गम स्थान में पहुंच सकता है, जहां साधारण वाहन नहीं पहुंच सकते हैं। इन माइंस प्रोकेटिव व्हीकल के आ जाने से बीएसएफ लगातार बढ़ते नक्सली उत्पात पर लगाम लगा सकेगी।