रायपुर,न्यूज़ धमाका :-छत्तीसगढ़ प्रदेश में जब कोरोनाकाल में युवाओं के रोजगार जा रहे थे। इस दौरान तकनीकी शिक्षा विभाग ने बेहतर रोजगार और प्लेसमेंट के लिए पहल शुरू की। इसके तहत बड़ी कंपनियों से संपर्क कर उन्हें तकनीकी कर्मी उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया।
इस पहल से कंपनियों ने नियुक्ति के लिए प्रस्ताव भेजना शुरू किया। इस तरह तकनीकी शिक्षा विभाग ने पिछले डेढ़ वर्षों में करीब 2,000 बेरोजगार इंजीनियरों को मल्टीनेशनल कंपनियों में रोजगार दिलाया है।
तकनीकी शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रोजगार के लिए उपलब्ध कराने इंजीनियरिंग कालेजों को जोनवार बांटकर पढ़ाई पूरा कर चुके छात्रों को आमंत्रित किया गया।
विभाग के अधिकारी बायोडाटा के आधार पर साक्षात्कार करते। इसके बाद चयनित छात्रों के दस्तावेज व पूरी जानकारी कंपनियों को भेज दी जाती। चूंकि तकनीकी शिक्षा विभाग में ही युवाओं का साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर ली जाती।
कंपनी द्वारा उनके चयन पर मुहर लगा दिया जाता। इसके तहत कंपनियों को शासन की तरफ से बेहतर अभ्यर्थी भी उपलब्ध होने लगे। वहीं युवाओं को भी रोजगार से फायदा होने लगा। वर्तमान में यह सुविधा शासकीय इंजीनियरिंग कालेजों के छात्रों के लिए है। निजी इंजीनियरिंग कालेजों के छात्रों को अवसर देने तैयारी चल रही है।
सीएसवीटीयू में भी प्लेसमेंट सेल का गठन
मिली जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय, भिलाई में भी इंजीनयरिंग की पढ़ाई पूरी करने छात्रों को रोजगार के अवसर दिलाने तैयारियां की गई है, ताकि शिक्षा पूरी करने के बाद छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर मिले। इसके लिए विवि में प्लेसमेंट सेल गठित किया गया है। प्लेसमेंट के लिए छात्रों से विवि द्वारा 125 रुपये का शुल्क लिया जाएगा।