मुंबई न्यूज़ धमाका /// एनसीपी नेता नवाब मलिक ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए। हम सभी किसानों को सलाम करते हैं, उनमें से कई ने अपनी जान दे दी। तीन कृषि कानूनों को वापस ले लिया गया है।
शिवसेना और एनसीपी ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही कहा है कि सरकार को आंदोलनकारी किसानों के सामने आखिरकार झुकना ही पड़ा। शिवसेना नेता संजय राउत ने विकास पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी के मुंह से लोगों की ‘मन की बात’ निकली है। भाजपा नेता खुले तौर पर इन किसानों को खालिस्तानी और पाकिस्तानी कह रहे थे, लेकिन केंद्र सरकार को किसानों के दबाव के आगे झुकना ही पड़ा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संजय राउत ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन के दौरान 400 से अधिक किसानों की जान चली गई। अगर मोदी ने हमारी मांगें सुनी होती तो कई लोगों की जान बच जाती। लेकिन सरकार अडिग थी और उसने किसानों के मुद्दों को सुनने से इनकार कर दिया।
आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार की सुबह गुरु नानक जयंती के अवसर पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए घोषणा की है कि सरकार ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला किया है। पिछले एक साल से विरोध कर रहे किसानों से पीएम मोदी ने अपने घरों और खेतों में लौटने का अनुरोध किया है।