वाराणसी न्यूज़ धमाका // काशी के गंगा घाटों की साफ-सफाई का जिम्मा उठाने वाले सफाईकर्मियों ने बीते नवंबर महीने से वेतन न मिलने का आरोप लगाकर बुधवार को अस्सी घाट पर हड़ताल शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कार्यदायी संस्था उनके साथ अन्याय कर रही है। पैसा न मिलने पर वह खुद क्या खाएं और परिवार के लोगों को क्या खिलाएं ? सभी ने कहा कि अगर उनकी मांग पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो वह काम नहीं शुरू करेंगे।
विशाल प्रोटेक्शन फोर्स नामक संस्था ने ली है जिम्मेदारी
सफाईकर्मी शीला ने बताया कि हम लोगों का काम गंगा घाटों के किनारे साफ-सफाई का है। नगर निगम ने विशाल प्रोटेक्शन फोर्स नामक संस्था को यह जिम्मा दे रखा है। हमें 7500 रुपए प्रतिमाह देने की बात कही गई थी। नवंबर 2021 से हमें एक रुपए नहीं मिले हैं। इसलिए हम लोगों का धैर्य अब जवाब दे गया है। हमें नवंबर महीने से अब तक का पैसा दिया जाए तो हम काम शुरू करेंगे। नगर निगम के अधिकारी मौके पर आएं और हमारे साथ न्याय कराएं।
वर्दी का पैसा काटा, छुट्टी नहीं देते
सफाईकर्मी विशाल ने कहा कि नगर निगम से गंगा घाटों की सफाई का ठेका लेने वाली कार्यदायी संस्था हम लोगों को जो वर्दी दी है, उसका पैसा काटा है। हम लोगों को हफ्ते में एक दिन की छुट्टी भी नहीं मिलती है। बीमार हो गए तो उसका पैसा भी काट लिया जाता है। इधर नवंबर महीने से वेतन के नाम पर एक रुपए नहीं मिले हैं।
हम लोग किससे गुहार लगाएं, समझ में नहीं आ रहा है। शिकायत करने पर नगर निगम के अधिकारी भी बार-बार सिर्फ आश्वासन देते हैं कि पैसा मिल जाएगा। बगैर पैसे के हम लोग कैसे गुजर-बसर करें। उधर, गंगा घाटों की सफाई करने वाले कर्मियों की हड़ताल की जानकारी नगर निगम प्रशासन को मिल गई है। अधिकारियों का कहना है कि बातचीत कर समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।