
रायपुर,न्यूज़ धमाका :- कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने से दो साल बाद नवरात्र पर्व को धूमधाम से मनाए जाने की तैयारियां देवी मंदिरों में शुरू हो चुकी है। दो अप्रैल को अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11.36 बजे से 12.24 बजे के मध्य घट स्थापना की जाएगी। राजधानी के एक दर्जन से अधिक देवी मंदिरों में जहां मिट्टी के कलशों में घट स्थापना की जाएगी वहीं पुरानी बस्ती के महामाया मंदिर में हजारों तांबे के कलशों में जोत जगमगाएगी। लगभग 11 हजार तांबे के कलशों को चमकाकर नवरात्र के एक दिन पहले ही कक्षों में सजा दिया जाएगा।
मिट्टी की तरह तांबा भी पवित्र महामाया मंदिर के पुजारी पं.मनोज शुक्ला बताते हैं कि पहले मंदिर में मिट्टी के कलशों में घट स्थापना की जाती थी। लगभग आठ साल पहले मंदिर प्रबंधन ने तांबे के कलश बनवाए। अब तांबे के कलश का ही उपयोग किया जाता है। मिट्टी की तरह तांबा को भी पवित्र धातु माना जाता है। जोत विसर्जन के बाद कलशों को साफ करके सुरक्षित रखा जाता है। राजधानी में एकमात्र महामाया मंदिर में ही हजारों की संख्या में तांबा कलश का उपयोग किया जाता है।