भिलाई,न्यूज़ धमाका :- क्राइम ब्रांच व साइबर क्राइम यूनिट ने आनलाइन ठगी का पर्दाफाश किया है। मामले में प्रार्थी के सहकर्मी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित ने प्रार्थी के मोबाइल पर ही गूगल पे एकाउंट डाउनलोड कर ठगी की घटना को अंजाम दिया था। ठगी की रकम से मोबाइल खरीदा तथा आनलाइन गेम में पैसे उड़ा दिए।
जिले में आन लाईन ठगी के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए पुलिस अधीक्षक डा अभिषेक पल्लव के द्वारा आनलाइन ठगी के मामलों में त्वरित कार्रवाई करते हुए ठगी की ।
जामुल पुलिस के मुताबिक प्रार्थी सुरडुंग निवासी धनेश्वर राम साहू द्वारा अपने एसबीआइ बैंक के खाते से 46 हजार पांच सौ रुपये गायब होने की शिकायत की थी। जिसकी जांच सायबर यूनिट ने की। जांच में पता चला कि रकम गूगल पे के माध्यम से अलग-अलग तीन खातों में पैसा ट्रांसफर किया गया है।
धनेश्वर साहू के ही आइडी से गूगल पे का एकांउट बनाकर रकम ट्रांसफर किया जाना पाया। जांच में जी मेल आइडी किसी विक्की निषाद का होना पता चला ।
धनेश्वर साहू से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने कभी भी गूगल पे का एकांउट अपने मोबाइल में नहीं बनाया। साथ ही यह भी बताया कि उसके मोबाइल खराब होने पर साथ काम करने वाले विक्की निषाद को बनवाने के लिए दिया था । धनेश्वर साहू के बयान के आधार पर संदेही विक्की निषाद से पूछताछ की गई।
शुरूवाती पूछताछ पर गुमराह करता रहा। तथ्यात्मक पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। बताया कि पधनेश्वर द्वारा उसे मोबाइल फोन बनवाने के लिए दिया था । मोबाइल बनने के बाद उसने फोटो गैलेरी में धनेश्वर कि आइडी. बैंक एटीएम कार्ड की फोटो आदि मिल गइ। मोबाइल में धनेश्वर का ही सिम लगा हुआ था। विक्की ने धनेश्वर के मोबाइल में ही गूगल पे का एकांउट बना लिया गया।
एप डाउनलोड होते ही खरीदा मोबाइल
गुगल पे एकाउंट डाउनलोड होते ही विक्की ने एक नया मोबाइल खरीदा। उसका आनलाइन भुगतान किया। कई बार उसने धनेश्वर का मोबाइल लेकर अपने व अपने दोस्त के बैंक खाते में आनलाइन रकम ट्रांसफर किया । आरोपित विक्की की निशानदेही पर ठगी की रकम से खरीदा गया मोबाइल फोन बरामद किया गया।
ठगी से प्राप्त शेष रकम को पबजी आनलाइन गेम खेलने में खर्च हो बताया । साइबर क्राइम यूनिट ने आरोपित विक्की को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई के लिए जामुल थाने को सौंप दिया गया है।