भिलाई,न्यूज़ धमाका :- इन तस्वीरों को देखकर किसी को यकीन नहीं होगा कि ये इंटरनेशनल कालोनी, तालपुरी बी ब्लाक की व्यस्ततम सड़क की हैं। पंथी चौक से लेकर मैनगेट तक की यह खस्ताहाल सड़क कई बार सुर्खियां बनीं, लेकिन सड़क संधारण की दिशा में अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई।
धूल तथा सड़क निर्माण सामग्री के मलबे से अटी-पटी इस सड़क के एक ओर गोबर का ढेर है, तो दूसरी तरफ गोबर के उपले। इतना ही नहीं चंद कदमों की दूरी पर संरक्षित क्षेत्र में गोबर के कंडें पड़े हैं, जिनसे तेज बदबू उठती है।
गाइडलाइन का उल्लंघन
पंथी चौक से जैसे ही बोरसी रोड की ओर आगे बढ़ते हैं, रुआबांधा बस्ती की महिलाएं कालोनी की चहारदीवारी के बिल्कुल किनारे गोबर के ढेर लगाते हुए नर आ जाएंगी। आपको यह देखकर ताज्जुब होगा कि इन महिलाओं ने तो गोबर के ढेर लगाकर इस चहारदीवारी को ही घुरवा बना दिया। जबकि छत्तीसगढ़ शासन ने घुरवा के लिए गाइडलाइन जारी की है। जिसके मुताबिक घुरवा, गोठान में ही बनाया जाए तथा उसके चारों ओर करौंदा, बांस आदि से फेंसिंग की जाए। लेकिन इस गाइडलाइन का पालन यहां नहीं हो रहा है।
जब इस समस्या के बारे में आवेदन के माध्यम से नगर निगम आयुक्त को अवगत कराया गया, तो उन्होंने कलेक्टर (शिकायत शाखा) को दिए गए अपने जवाब में कहा कि गोबर फेंकने वालों को विभाग द्वारा नोटिस भेज दिए गए हैं। लेकिन, हकीकत यह है कि गोबर के ढेर लगाने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। जिससे चहारदीवारी के आसपास रहने वालों को काफी दुश्वारियां होती हैं।
जी का जंजाल बनी व्यस्ततम सड़क
दरअसल, बारिश के दिनों में इस सड़क पर कई दिनों तक जलभराव की स्थिति रहती थी। जिसके निराकरण के लिए पानी की निकासी बनाने सड़क पर पुलिया के निर्माण का ठेका दिया गया था। निर्माण एजेंसी ने पुलिया तो बना दी, परंतु निर्माण सामग्री का मलबा नहीं हटाया।
मलबा नहीं हटाने के कारण टर्निंग के पास सड़क अंदर की ओर उठा एवं बाहर की ओर ढलान हो गई। जिससे कई बार दुपहिया वाहन पलट गए। यह सड़क बोरसी, तालपुरी के दोनों ब्लाकों, रुआबांधा सेक्टर एवं बस्ती, सेक्टर -9, सेक्टर- 10 तथा ट्विनसिटी के अन्य सेक्टरों को जोड़ती है। इतने बड़े क्षेत्र को जोड़ने के कारण इस सड़क पर वाहनों का दबाव बहुत ज्यादा रहता है।
जब भारी वाहन इस सड़क से गुजरते हैं, तो धूल का गुबार उठता है। जिससे वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आम नागरिकों की इस समस्या पर निगम प्रशासन का ध्यान नहीं है।