
भोपाल न्यूज़ धमाका // ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनकी पार्थिव देह एयरपोर्ट रोड स्थित ईएमई सेंटर के मिलिट्री अस्पताल में रखी गई है, जहां से उसे बैरागढ़ स्थित विश्राम घाट ले ले जाया गया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की पार्थिव देह अंतिम संस्कार के लिए भारत माता की जय और ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जिंदाबाद, अमर रहे के नारों के साथ संत हिरदाराम नगर स्थित विश्राम घाट पहुंच गई है। अंतिम यात्रा के साथ बड़ी संख्या में नागरिक और सेना के अधिकारी व जवान है। यहां पर तैयारी पूरी हो चुकी है। जिला प्रशासन की निगरानी में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कैप्टन वरुण का शव लालघाटी से होते हुए संत हिरदाराम नगर विश्राम घाट पहुंचना था, लेकिन कैप्टन के पिता रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह ने प्रशासन से कहा कि अंतिम यात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम नहीं होना चाहिए। इसे देखते हुए प्रशासन को कार्यक्रम में कुछ फेरबदल करना पड़ा है। अब केवल उनका पार्थिव शरीर सेना के अस्पताल से सीधे-सीधे विश्राम घाट पहुंचेगा। यहां पर तैयारियां पूरी हो गई हैं। पुलिस की टीम व्यवस्था पर निगरानी रखे हुए है। नगर निगम ने विश्राम घाट के आसपास सफाई करवाई। प्रशासन के अधिकारी आपसी समन्वय से कार्य कर रहा है। सेना की टुकड़ी वरुण को सलामी देकर अंतिम विदाई देगी। सेना की टुकड़ी विश्राम घाट पहुंच चुकी है।
अंतिम संस्कार होने तक बंद रहेगा बाजार
ग्रुप कैप्टन वरुण को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए पूज्य सिंधी पंचायत ने उनका अंतिम संस्कार होने तक संत हिरदाराम नगर का बाजार बंद करने का आह्वान किया है। इसका असर दिखाई दे रहा है। बाजार में दुकाने अभी तक नहीं खुली हैं। पंचायत के महासचिव माधु चांदवानी के अनुसार व्यापारियों ने कैप्टन वरुण का अंतिम संस्कार होने के बाद ही बाजार खोलने का निर्णय लिया है

इससे पहले गुरुवार को दोपहर ढाई बजे सेना के विशेष विमान से दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर भोपाल स्थित स्टेट हैंगर सैन्य सम्मान के साथ लाया गया। इस दौरान उनके पिता सेना से कर्नल (सेवानिवृत्त) केपी सिंह और भाई तरुण सिंह भी उनके साथ थे। विमान से पार्थिक शरीर को उतारते ही गार्ड आफ आनर दिया गया। यहां से उनका पार्थिव शरीर सेना के वाहन से भोपाल स्थित इन्नर कोटर् कॉलोनी में उनके घर ले जाया गया। शाम को उनका पार्थिव शरीर ईमई सेंटर स्थित मिलिट्री अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया गया।
उल्लेखनीय है कि 8 दिसम्बर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बैंगलुरू के सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था। 15 दिसम्बर को सुबह ग्रुप केप्टन जिंदगी की जंग हार गए थे। दिवंगत ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ तमिलनाडु के वेलिंगटन में सेवारत थे। उनके पिता सेना से रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह और मां उमा सिंह भोपाल में एयरपोर्ट रोड स्थित इन्नर कोर्ट कॉलोनी में रहते हैं। ग्रुप कैप्टन वरुण उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के मूल निवासी थे। करीब 20 साल पहले उनके पिता ने भोपाल में अपना निवास बनाया। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के छोटे भाई तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं।