रायपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में महुआ और बस्तर में इमली प्रसंस्करण इकाई की स्थापना होगी। राज्य शासन की ओर से वनांचल पैकेज के अंतर्गत बस्तर संभाग में लघु वनोपज आधारित प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना के लिए दो त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किया गया।
बस्तर बाटनिक्स बस्तर के साथ कोंडागांव में महुआ प्रसंस्करण केंद्र की स्थापना करेगा। कोसर एग्रो पुणे (महाराष्ट्र) के साथ बस्तर में इमली प्रसंस्करण केंद्र की स्थापना के लिए समझौता हुआ है।
इकाइयों की स्थापना के लिए दो त्रिपक्षीय समझौते पर किए हस्ताक्षर
समझौता पत्रक में वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, राज्य लघु वनोपज संघ के विशेष प्रबंध संचालक एसएस बजाज और बस्तर बाटनिक्स के संचालक शुभांक चंद्राकर व कोसर एग्रो के संचालक कार्तिक कपूर ने हस्ताक्षर किए। चार करोड़ की लागत से कोंडागांव में महुआ डिस्टिलेशन प्लांट स्थापित किया जाएगा, जिसकी क्षमता 600 किलोलीटर प्रतिवर्ष होगी।
इस प्लांट में तैयार अधिकांश उत्पाद को अन्य देशों में निर्यात किया जाएगा। प्लांट के लगने से बस्तर में फूड ग्रेड महुआ का उपयोग होगा, जिससे संग्राहकों को अतिरिक्त लाभ प्राप्त होगा।
कोसर एग्रो लोहंडीगुड़ा विकासखंड के ग्राम छिंदगांव में चार करोड़ 30 लाख रुपये की लागत से इमली प्रंसस्करण केंद्र स्थापित करेगा। केंद्र में इमली का पेस्ट, इमली बीज का पावडर तथा इमली ब्रिक्स तैयार किया जाएगा। इकाई की वार्षिक क्षमता 4500 मीट्रिक टन प्रतिवर्ष होगी।