परिजनों ने सरकार से एक करोड़ मुआवजा और पत्नी की सरकारी नौकरी की मांग की है
लखीमपुर खीरी न्यूज़ हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप (32) घायल हो गए थे. घायल पत्रकार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. रमन के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनके बेटे किसान आंदोलन में खबर कवरेज करने गए थे. इस दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू ने किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी. जिसका वीडियो रमन बना रहे थे. परिजनों ने मंत्री के बेटे ने रमन को वीडियो बनाते देखकर गोली मार दी पत्रकार रमन कश्यप के पिता रामदुलारे ने बताया कि ‘सांसद के बेटे आशीष मिश्रा और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मेरे बेटे को मार दिया. शिकायत में आगे कहा, ‘जो लोग घटनास्थल पर मौजूद थे उन्होंने बताया कि रमन संयुक्त किसान मोर्चा के नेता तजिंदर सिंह विर्क का वीडियो इंटरव्यू कर रहा था, तभी काफिले की एक कार तेजी से उसकी ओर आई. चश्मदीदों ने रमन के पिता को बताया कि रमन ने उस कार के फुटेज भी लिए जो किसानों को रौंद रही थी, जिसकी वजह से मेरे बेटे को गोली मारी गई. फुटेज में कथित तौर पर गोलियों की आवाज भी है रमन के भाई पवन ने बताया कि जब परिवार ने भाई के शव को देखा तो निश्चित रूप से कहा जा सकता था कि उसकी मौत गोली लगने से हुई है. पवन ने बाताया, ‘उसके कंधे में खरोंच के निशान थे, सिर पर काफी चोट थी और सीने व दाहिने हाथ पर गोलियों के निशान थे. सोमवार सुबह जब रमन के शव को घर लाया गया तो परिजनों ने विरोध करते हुए उसके अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया. एसडीएम के उनकी शिकायत पर ऐक्शन लेने के आश्वासन के बाद परिवार अंतिम संस्कार को राजी हुआ. अभी मृतक की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आई है