रायपुर न्यूज़ धमाका /// प्रदेश में कोरोना संक्रमण दर काफी कमजोर होता जा रहा है। विशेषज्ञों का अनुमान था, जनवरी महीने के आखिरी सप्ताह से फरवरी के पहले सप्ताह के बीच यह तीसरी लहर पीक पर होगी। पिछले तीन दिनों से मरीजों की संख्या में कमी बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शनिवार को प्रदेश भर में 43 हजार 887 सैंपल इकट्ठा किए गए। इस बीच तीन हजार 783 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
छत्तीसगढ़ में एपिडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर ने बताया की कई विशेषज्ञों और संस्थानों ने तीसरी लहर को लेकर पूर्वानुमान का मॉडल पेश किया था। इसमें से कुछ ने फरवरी में पीक आना बताया था। कुछ का कहना था, तीसरी लहर का पीक जनवरी के अंतिम सप्ताह में आ जाएगा। पिछले कुछ दिनों से जिन मरीजों की संख्या और संक्रमण दर में गिरावट दिख रही है,उससे लग तो यही रहा है कि पीक गुजर चुका है। लेकिन अभी असावधान होने की कत्तई जरूरत नहीं है।पूरी सावधानी के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए महामारी को फैलने से रोकने में ही समझदारी है।
शनिवार को भी प्रदेश भर के 15 मरीजों की मौत हुई है। इनमें से 8 को कोरोना के अलावा कोई दूसरी बीमारी नहीं थी।ऐसा पहली बार हुआ है जब मौत के आंकड़ों में ऐसे मरीजों की संख्या कोमॉर्बिडिटी से अधिक हो। मरने वालों में पांच दुर्ग, तीन-तीन राजनांदगांव और रायपुर के थे। धमतरी, बिलासपुर, कोण्डागांव और कांकेर के भी एक-एक मरीज की जान गई है। 26 दिसम्बर से अब तक 227 मरीजों की जान जा चुकी है।
प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर 8.62% आंकी गई। यानी अभी प्रत्येक 100 लोगों की जांच में 8 से 9 लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं। दो दिन पहले यानी 28 जनवरी को तीन हजार 919 नए मरीज मिले थे। उस दिन संक्रमण दर 8.24% रही। 27 जनवरी को 4 हजार 645 नए मरीज मिले थे। वहीं संक्रमण दर 10.62% थी। 26 जनवरी को तीसरी लहर में सबसे ऊंची संक्रमण दर 15.81% दर्ज हुई। इससे पहले यह रोजाना मरीजों का आंकड़ा 5 हजार से अधिक ही रहा। 14 जनवरी को एक दिन में सबसे अधिक 6 हजार 153 मरीज सामने आए थे।