भिलाई,न्यूज़ धमाका :-भिलाई इस्पात संयंत्र के भीतर दुर्घटना में गुरुवार को आरएमपी-2 मोड़ पर साइकिल सवार ठेका श्रमिक को हाइड्रा(क्रेन) ने चपेट में ले लिया था। हादसे में लीलाधर स्वर्णकार की मौत हो गई थी।
मृतक का शव सेक्टर-9 अस्पताल के शवघर में रखवा दिया गया था। आज पीड़ीत परिवार को आर्थिक सहायता एवं आश्रित को नौकरी की मांग को लेकर यूनियनों एवं समाजसेवियों के द्वारा भिलाई इस्पात संयंत्र के महाप्रबंधक औद्योगिक संबंध एवं ठेका प्रकोष्ठ जेएन ठाकुर के पास मांग रखी गई।
नाराज परिवारजन शुक्रवार को सेक्टर-9 अस्पताल के शवघर से मृतक का शव लेने से यह कहते हुए मना कर दिया कि प्रबंधन आश्रित को नौकरी का आश्वासन दे। यूनियनों के दबाव के बाद प्रबंधन की ओर से लिखित में नौकरी का पत्र परिवारजनों को सौंपा गया।इसके बाद मामला शांत हुआ।
ठेकेदार द्वारा सहयोग राशि दो लाख देने की बात कही गई परन्तु परिवारजनों ने कम से कम पांच लाख की मांग रखी। इस मांग पर सहमति नहीं बन पाई। यूनियन की ओर से इंटक के अतिरिक्त महासचिव संजय साहू, वरिष्ठ सचिव के राजशेखर, जयंत बराठे, जी आर सुमन एवं ठेका श्रमिक यूनियन सीटू के योगेश सोनी के अलावा क्षेत्रीय पार्षद अरविंद राय, पूर्व पार्षद मनोज यादव आदि भी मौजूद रहे।भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस के एसजीपी में इलेक्ट्रिकल का काम करने वाले लीलाधर स्वर्णकार की दुर्घटना में मौत हो गई थी।
प्रबंधन से घटना को कार्य के दौरान घटना मानकर अनुकंपा नियुक्ति की मांग की गई। जिस पर प्रबंधन ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए दिए जाने वाले पत्र बनाकर परिजनों को सौंपा। उसके पश्चात परिवार के सदस्य शव को पोस्टमार्टम कराने तैयार हुए।