दिल्ली न्यूज़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पहली द्विपक्षीय मुलाकात हुई. इस दौरान पीएम मोदी ने बाइडन से कहा कि इस दशक को आकार देने में आपका नेतृत्व निश्चित रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. व्यापार के क्षेत्र में बहुत कुछ करना है. आने वाले दशक में भारत-अमेरिका संबंधों में व्यापार एक महत्वपूर्ण कारक होगा. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी चीजों को आगे ले जाने वाली ताकत है, हमें व्यापक वैश्विक भलाई के वास्ते प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए अपनी प्रतिभाओं का इस्तेमाल करना होगा बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि चालीस लाख भारतीय-अमेरिकी प्रतिदिन अमेरिका को मजबूत बना रहे हैं. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और अमेरिका के बीच संबंध मजबूत, करीबी और घनिष्ठ होना तय है.बाइडन ने कहा कि मुझे भरोसा है कि अमेरिका-भारत कई तरह की चुनौतियों का समाधान करने में मददगार हो सकते हैं.हम भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया अध्याय देख रह हैं. बाइडन ने कहा कि मोदी और मैं इस बारे में बातचीत करने जा रहे हैं कि हम कोविड-19 से निपटने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए क्या कर सकते हैं बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद ये पहली मुलाकात है. अफगानिस्तान, व्यापार और क्लाइमेट चेंज के मुद्दे पर चर्चा हो सकती है. बता दें कि ‘QUAD’ देशों अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत के राष्ट्रध्यक्षों की मुलाकात से पहले यह अहम बैठक हो रही है. पीएम मोदी आज रात क्वाड समिट में भी शामिल होंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में राष्ट्रपति बाइडन से मुलाकात की थी जब ले उपराष्ट्रपति थे. इससे पहले सुबह उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्रियों से भी आज मुलाकात की थी. बता दें कि अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है क्वाड देश – ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका – अंतरिक्ष पर एक नए कार्य समूह की घोषणा करेंगे. एक आपूर्ति श्रृंखला पहल और एक 5G परिनियोजन और विविधीकरण प्रयास के अलावा इंडो पैसिफिक में चुनौतियों, जलवायु परिवर्तन और COVID-19 महामारी जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे राष्ट्रपति जो बाइडन के आमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके समकक्ष ऑस्ट्रेलिया से स्कॉट मॉरिसन और जापान से योशिहिदे सुगा व्हाइट हाउस में पहली बार आमने-सामने के क्वाड शिखर सम्मेलन के लिए अमेरिकी राजधानी में एकत्र हुए हैं. अधिकारियों ने बताया कि क्वाड नेताओं ने टीकों का वितरण शुरू करने और स्वास्थ्य देखभाल एवं अवसंरचना क्षेत्र में कई उपायों की घोषणा करने की भी योजना बनाई है. प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘नेताओं को आपसी हित और चिंता के मुद्दों पर बात करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर मिलने की उम्मीद है. वे उन समस्याओं पर विचार-विमर्श करेंगे जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सामने आ रही हैं. इसके अलावा जलवायु परिवर्तन और कोविड-19 से संबंधित मामलों पर भी विमर्श होगा. वे इस बारे में भी बात करेंगे कि बुनियादी ढांचे को कैसे उन्नत बनाया जाए
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