कोरबा,न्यूज़ धमाका :-रामपुर शराब दुकान को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग को लेकर 10 दस दिन से धरने पर बैठी महिलाओं ने आरपार की लड़ाई का निर्णय लेते हुए शुक्रवार को दोपहर तीन बजे से दुकान में ताला जड़ दिया। शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर रामपुर पथर्रीपारा सहित महिलाएं 22 मार्च से धरने पर बैठी महिलाओं के आंदोलन ने उग्र रूप ले लिया है। नाराज महिलाओं ने पूर्व गृहमंत्री व रामपुर के विधायक ननकीराम की उपस्थिति में पहले शराब दुकान के कर्मचारियों को बाहर निकाल कर ताला जड़ा फिर बीच सड़क में बैठ कर चक्का जाम कर दिया।
पहले दिन महिलाओं ने शराब खरीदने पहुंच रहे लागों को फूल देकर गांधीगीरी करते हुए शराब दुकान बंद करने के लिए सहयोग मांगा था। प्रदर्शन के दौरान छठवें दिन प्रशासन की टीम महिलाओं को समझाइस देने पहुंची। तब अधिकारियों ने महिलाओं से कहा था कि प्रशासन की ओर से नए स्थल की तालाश की जा रही है, जैसे ही जगह चयनित होगी दुकान को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
महिलाओं ने अधिकारी को दो टूक में जवाब देते हुए कह दिया था कि जब तक दुकान स्थानांतरित नहीं की जाएगी तब तक वे दुकान के सामने से नहीं हटेगीं। शुक्रवार की सुबह से महिलाओं ने दुकान के सामने बांस की बेरीकेट लगाकर दुकान में आने जाने वालों को रोक दिया। पहले से महिलाओं को समर्थन दे रहे पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर के आंदोलन स्थल पर आते ही प्रदर्शन और भी उग्र हो गया। महिलाओं ने पूर्वगृह मंत्री के अलावा पार्षद हितानंद अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्षर राजीव सिंह की उपस्थित में शराब दुकान में ताला लगा दिया और कोरबा बालको मार्ग में चक्काजाम कर दिया। पूर्व गृहमंत्री और पार्षद सहित महिलाएं ढेंगुरनाला पुल पर बैठ गई। मार्ग में आवागमन थमने से यात्री हलकान होने लगे। यातायात पुलिस ने सक्रियता दिखाते वाहनों को वापस रिंगरोड की ओर परिवर्तित किया। चक्काजाम और प्रदर्शन समाप्त करने का आग्रह लेकर अपर कलेक्टर सुनील नायक रात नौ बजे प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे। पूर्व गृहमंत्री ननकीराम ने कहा कि जब तक शराब दुकान नहीं हटेगी तब तक हम नहीं हटेंगे।