कोरबा न्यूज़ धमाका /// 26 जनवरी के दिन कटघोरा की जनता बेसब्री से इंतजार कर रही थी दरअसल वह आश्वासन वाला दिन खोखला साबित हुआ. क्योंकि कटघोरा को जिला बनाने की घोषणा नहीं हो पाई. आपको बता दें कि पिछले 160 दिनों से कटघोरा अधिवक्ता संघ धरने पर है जो कि कटघोरा के इतिहास का पहला धरना प्रदर्शन माना जा है.
जो 160 दिनों से अनवरत जारी है. फिर भी कटघोरा को जिला की घोषणा नहीं होने से नगर वासियों में भी काफी मायूसी है. कटघोरा को जिला नहीं बनाने वजह जो भी लेकिन अब कटघोरा की राजनीति गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी कटघोरा के मंडल अध्यक्ष धन्नू प्रसाद दुबे ने मौजूदा सरकार के जनप्रतिनिधियों को आड़े हाथों लिया है.
कटघोरा को सबसे पुरानी तहसील के नाम से भी जाना जाता है, पर कटघोरा को आजपर्यंत तक जिला का दर्जा नहीं मिल पाना कटघोरा के गौरव पर सवालिया निशान है. जिस पर भारतीय जनता पार्टी कटघोरा मंडल के महामंत्री राजेन्द्र टंडन ने सत्ता पक्ष को साफ लहजे में कह दिया है आने वाले दिनों में पार्टी उग्र प्रदर्शन कर जिले की लड़ाई लड़ेगी. वहीं नगर पालिक अध्यक्ष रतन मित्तल ने कटघोरा को जिला बनाने वाली बात को लेकर जनप्रतिनिधियों में कमजोर इच्छाशक्ति होना बताया है. बहरहाल अब देखना यह है कि कटघोरा वासियों की मांग को प्रशासन किस तरीके से लेता है.