
रायपुर न्यूज धमाका – सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हेलीकॉप्टर आज सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के ग्राम कनकबीरा में अचानक उतरा। मुख्यमंत्री ने प्री-मैट्रिक छात्रावास परिसर के पास गुलमोहर के पेड़ के नीचे चौपाल लगाकर ग्रामीणों से सीधे संवाद किया और क्षेत्र के विकास के लिए कई अहम घोषणाएं कीं।
सरकार गाँव पहुँची: सुशासन तिहार का तीसरा चरण
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि सुशासन तिहार छत्तीसगढ़ सरकार की जनता से जुड़ने की एक अनूठी पहल है। उन्होंने बताया, “पहले चरण में आवेदन लिए गए, दूसरे चरण में उन पर कार्यवाही हुई, और अब तीसरे चरण में सरकार खुद आपके गाँव आई है।” उन्होंने इसे सरकार का रिपोर्ट कार्ड बताते हुए कहा कि इससे योजनाओं के जमीनी क्रियान्वयन की स्थिति का प्रत्यक्ष मूल्यांकन हो रहा है।
घोषणाएँ और विकास कार्य
मुख्यमंत्री साय ने कनकबीरा व आसपास के ग्रामीणों की मांग पर निम्नलिखित विकास कार्यों की घोषणा की:
- नरगीखोल लात नाला पर पुलिया निर्माण
- कनकबीरा में मंगल भवन और कन्या छात्रावास निर्माण
- ग्राम गोड़म में पंचायत भवन निर्माण
नीतियों का लेखा-जोखा और भावनात्मक जुड़ाव
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने वादा निभाते हुए:
- धान खरीदी दर 3100 रु./क्विंटल और 21 क्विंटल/एकड़ की सीमा तय की
- 2 वर्षों से बकाया बोनस राशि का वितरण किया
- 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना की राशि दी
- तेंदूपत्ता मानक बोरे की कीमत 4000 से बढ़ाकर 5500 रुपए की
- मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना को पुनः प्रारंभ किया
- अटल डिजिटल सेवा केंद्र की शुरुआत की (अभी 1460 पंचायतें जुड़ी)
संवेदनशील नेतृत्व की झलक
मुख्यमंत्री ने ग्राम के 85 वर्षीय भागीरथी साहू से आत्मीय मुलाकात कर उन्हें अपना साफा भेंट कर सम्मानित किया। इसके अलावा उन्होंने गाँव के बुजुर्ग पूर्व विधायक शमशेर सिंह को सम्मानपूर्वक पास बिठाकर उनका हालचाल जाना।
भ्रष्टाचार पर सख्ती और पारदर्शी भर्ती का आश्वासन
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि उनकी सरकार ने पीएससी भर्ती में गड़बड़ी की जांच कर कार्यवाही की है। अब नई भर्ती निष्पक्ष और पारदर्शी होगी। साथ ही जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण की प्रक्रिया भी सरल की गई है।
जनसंवाद की मिसाल
चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से छत्तीसगढ़ी में संवाद करते हुए बिजली, राशन वितरण, महिला योजनाओं और पेयजल की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने किसानों को मक्का, उड़द, मूँग जैसे फसल विकल्पों को अपनाने की सलाह दी ताकि जल और ऊर्जा की बचत हो सके।
माँ दुर्गा का दर्शन और सड़क से प्रस्थान
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने कनकबीरा के दुर्गा मंदिर में दर्शन किए। मौसम खराब होने के कारण वे सड़क मार्ग से रायगढ़ रवाना हुए।