
भिलाई न्यूज धमाका – रिसाली के रावण भाठा मैदान में शुक्रवार को खेले गए जिला स्तरीय जूनियर फुटबॉल प्रतियोगिता में न्यू मशाल क्लब की ऐतिहासिक जीत का जश्न उस वक्त मातम में बदल गया, जब टीम के कोच सुरेश राउत (52) की मैदान पर ही हार्ट अटैक से मौत हो गई।
जीत का जश्न, फिर अचानक सन्नाटा
मैच के खत्म होते ही न्यू मशाल क्लब के खिलाड़ी और कोच सुरेश राउत खुशी से झूम उठे। टीम ने रोमांचक मुकाबले में पिछड़ने के बावजूद जोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की थी। इसी खुशी में कोच सुरेश राउत खिलाड़ियों के साथ जश्न मना रहे थे।
लेकिन कुछ ही देर बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और वे कुर्सी से नीचे गिर पड़े। मौके पर मौजूद लोग उन्हें तुरंत रिसाली के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में कार्डिएक अरेस्ट की आशंका जताई गई है।
समर्पित कोच, अनुकरणीय व्यक्तित्व
सुरेश राउत भिलाई-3 के विश्व बैंक कॉलोनी के निवासी थे और एक निजी फाइनेंस कंपनी में कार्यरत थे। वे न्यू मशाल क्लब के जूनियर वर्ग के कोच के रूप में युवाओं को निःस्वार्थ प्रशिक्षण देते थे। शुक्रवार को वे अपनी टीम के साथ फाइनल मुकाबले के लिए मैदान पहुंचे थे, जहां उनकी टीम ने अंतिम क्षणों में निर्णायक गोल कर मुकाबला जीत लिया।
फुटबॉल प्रेमियों में शोक की लहर
खेल के प्रति समर्पण और खिलाड़ियों के साथ उनकी गहरी भावनात्मक जुड़ाव के चलते सुरेश राउत न सिर्फ एक कोच बल्कि एक मार्गदर्शक और अभिभावक जैसे थे। उनकी अचानक मौत से सिर्फ न्यू मशाल क्लब ही नहीं, बल्कि पूरे फुटबॉल समुदाय में शोक की लहर है।
व्यक्तिगत जीवन में अकेलापन, समाज में प्रेरणा
जानकारी के अनुसार, सुरेश राउत की पत्नी फिलहाल गांव में हैं और दंपत्ति की कोई संतान नहीं थी। उन्होंने अपना अधिकांश समय और ऊर्जा युवाओं को खेल के माध्यम से संवारने में लगा दी थी।
उनका पार्थिव शरीर सुपेला के शासकीय अस्पताल के मर्चुरी में रखा गया है। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की जाएगी।
खेल मैदान में जश्न के बीच बिछड़ जाना न सिर्फ एक व्यक्ति का जाना है, बल्कि एक प्रेरणास्रोत का खो जाना है। सुरेश राउत की स्मृति हमेशा खिलाड़ियों के दिलों में जीवित रहेगी।