
गरियाबंद न्यूज धमाका – जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक में बिजली विभाग की घोर लापरवाही के कारण एक ठेका श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई। ट्रांसफार्मर पर काम करते वक्त करंट की चपेट में आकर झुलसे श्रमिक वेदप्रकाश साहू ने रायपुर में इलाज के दौरान छह दिन बाद दम तोड़ दिया।
कैसे हुआ हादसा?
घटना 2 जून को हुई जब वेदप्रकाश साहू को बिना उचित प्रशिक्षण के ट्रांसफार्मर पर ड्रॉप आउट फ्यूज (DO Fuse) लगाने के लिए चढ़ा दिया गया। कार्य के दौरान अचानक 33 केवी लाइन में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई, जिससे वेदप्रकाश बुरी तरह झुलस गया।
सहकर्मियों ने उसे फौरन फिंगेश्वर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, जहां से गंभीर हालत के चलते उसे रायपुर रेफर किया गया। लेकिन छह दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 8 जून को उसकी मौत हो गई।
लाइनमैन पर लापरवाही का आरोप
जांच में सामने आया है कि बिजली विभाग के लाइनमैन रविशंकर बंसोड ने बिना किसी सुरक्षा पुष्टि और अनुमति के लाइन में विद्युत आपूर्ति चालू कर दी। विभाग ने पहले ही उन्हें एक नोटिस जारी किया था, परंतु उचित निगरानी नहीं की गई।
मामले की गंभीरता पर उठे सवाल
इस हादसे ने बिजली विभाग में व्याप्त लापरवाही और ठेका श्रमिकों के प्रति गैरजिम्मेदार रवैये को उजागर कर दिया है। न तो सुरक्षा उपकरण दिए गए, न ही प्रशिक्षण प्रदान किया गया। अब सवाल यह है कि विभाग इस मौत की जिम्मेदारी लेगा या मामला फाइलों में ही दफन हो जाएगा।
परिजनों की मांग – दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई
वेदप्रकाश साहू के परिवार ने बिजली विभाग और ठेकेदार पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। साथ ही मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की गई है।