जिला कार्यालय के सभागार में आज यूनिसेफ के तत्वाधान में ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण मिशन दिवस के अवसर पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में स्वास्थ्य एवं पोषण पर जिले के अंदरूनी एवं मैदानी क्षेत्रों में कार्य करने वाले फील्ड स्टाॅफ को प्रशिक्षण भी दिया गया। बता दें कि विलेज एण्ड न्यूट्रिशियन डे वीएचएसएनडी के तहत् ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण से जुड़े सेवाओं को और भी अधिक कारगर बनाने के लिये ‘मया मंडई अभियान‘ को आधार बनाया गया है। इसका उद्देश्य सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य, पोषण, प्रारंभिक बाल्यावस्था विकास और स्वच्छता सेवाओं की उपलब्धता में सुधार, संबंधित अधिकारों और सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करने तथा व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर परामर्श के लिये एक मंच के रूप में कार्य करना है।
फील्ड में आती है ये समस्यायंे – महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिये स्वास्थ्य सेवाओं को लागू करने में कई चुनौतियां एवं कठिनाईयां आती है। इनमें अंतर विभाग अभिसरण का अभाव, फील्ड स्टाॅफ के अनियमित प्रशिक्षण एवं उन्मुखीकरण, प्रदान की जाने वाली सेवाओं का सुसंगत पर्यवेक्षण न किया जाना के अलावा स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण जैसे क्षेत्र में टीकाकरण को ही एकमात्र उपाय समझना जैसी कठिनाईयां है। मया मण्डई अभियान करेगा मदद – ऐसी चुनौतियों के निदान के लिये ‘मया मंडई‘ नामक पहल की गई है। इसका उद्देश्य महिलाओं, बच्चों और किशोरों के प्रति स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना है। इस पहल पर जिला प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य, महिला बाल विकास विभाग, यूनिसेफ और गैर सरकारी संगठन मिलकर कार्य करेंगे। ‘मया मंडई‘ कार्यक्रम में मुख्यतः पांच बिंदु टीकाकरण, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, महिलाओं में एनिमिया तथा कुपोषण पर मुख्यतः फोकस किया जायेगा और सेवाओं के अपेक्षानुरूप वितरण सुनिश्चित करने, निगरानी, वित्तीय और मानव संसाधन का नियमित उपयोग, समुदाय की सहभागिता, पंचायती राज के प्रतिनिधि व स्व-सहायता समूह के सदस्यों को आमजनों के प्रति सेवाओं से अवगत कराने और लाभार्थियों को सेवाओं का लाभ उठाने के लिये भली भांति प्रचार-प्रसार एवं प्रेरित करने के कार्यक्रम शामिल है।
यूनिसेफ के ट्रेनरों ने प्रशिक्षार्थियों को दिया प्रषिक्षण – टीकाकरण, बाल एवं मातृ स्वास्थ्य, एनिमिया और कुपोषण के क्षेत्र से जुड़े सभी स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं। आज सम्पन्न हुए कार्यशाला में यूनिसेफ के ट्रेनरों ने प्रशिक्षार्थियों को इन सभी बिंदुओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस मौके पर अभिषेक त्रिपाठी राज्य 4डी सलाहकार यूनिसेफ, डाॅ हितेश धोडी राज्य टीकाकरण सलाहकार रूद्रपा राज्य सलाहकार मानसिक स्वास्थ्य यूनिसेफ, सुश्री सिमरनजीत कौर धंजल जिला मोबलाईजेशन समन्वयक शिवा चिट्टा मुख्यमंत्री फैलोशिप उपस्थित रहे।