आदिवासी समाज अपने हकों को लेकर सरकार के विरोध में अनिष्चित कालीन धरना पर बैठ गया है। आदिवासी समाज जिला अध्यक्ष बगाराम सोरी ने कहा कि दिनांक 19 जुलाई 2021 से हम सभी अनिशिचत कालीन धरना पर है। आदिवासी समाज का मानना है कि ऐसा सरकार के खिलाफ इसलिये करना पड रहा है क्योंकि सरकार से सतत पत्राचार करने के बाद भी आदिवासी समुदाय के साथ अत्याचार, प्रताडना, शोषण नहीं रूक रहा है। आज सर्व आदिवासी समाज के द्वारा मांगो को लेकर चरणवृद्ध आंदोलनरत है।
सर्व आदिवासी समाज की ये प्रमुख मांगे – जिला सुकमा के ग्राम सिलगेर मे शान्ति पूर्वक आन्दोलन कर रहे निर्दोष आदिवासियों पर अंधाधुंध गोलीबारी करने वालो के विरोध में एफआईआर, धरना मे मृतक परिवारों को 50-50 लाख रूपये, घायलों को 5-5 लाख व मृतक परिवारों के एक सदस्य को योग्यता अनुसार शासकीय नौकरी ,बस्तर संभाग की नक्सल समस्या पर स्थायी समाधान के लिये सभी पक्षों से समन्वय स्थापित कर स्थाई समाधान की ओर राज्य सरकार शीघ्र पहल करे ,पदोन्नति मे आरक्षण के सम्बन्ध में जब तक उच्च न्यायालय के स्थगन समाप्त नहीं हो जाता तब तक किसी भी हालत में अनुसूचित जाति जनजाति के लिए आरक्षित पदोन्नति रिक्त पद नही भरे ,शासकीय नौकरी मंे बैकलॉग एवं नई भर्तियों पर आरक्षण रोस्टर लागू किया जावे ,पांचवी अनुसूची क्षेत्र मे तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती में मूलवासियों की शत प्रतिशत आरक्षण लागू किया जावे ,प्रदेश मे खनिज उत्खनन के लिए जमीन अधिग्रहण की जगह लीज मे लेकर जमीन मालिक को शेयर होल्डर बनाया जाये ,फर्जी जाति प्रकरण पर दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही हो ,छात्रवृत्ति योजना मे आदिवासी विद्यार्थियो के लिये 2. 50 लाख की पात्रता सीमा समाप्त की जाये ,आदिवासी समाज की महिला गैर आदिवासी समाज में शादी होने पर जनप्रतिनिधि शासकीय सेवा या जनजाति समुदाय की जमीन खरीदी पर रोक लगाने के लिये सम्बन्धित अधिनियमों मे आवश्यक संशोधन किया जाये ,आदिवासी उत्पीड़न पर अजाक थाना के चक्कर लगाने पडते है इस पर राज्य सरकार कडाई से पलान कराये ,वन अधिकार कानून2006 का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये ,पेशा कानून की क्रियान्वयन नियम तत्काल बना कर पालन सुनिश्चित करया जाये। अनुसूचित क्षेत्र में ग्राम पंचायतो को विखंडित कर नगर पंचायत बनाया गया है उन्हे पुनः विखंडित कर ग्राम पंचायत बनाया जाये।
जब तक सरकार मागों को पूरा नहीं करेगी धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। जिसमें सर्वआदिवासी समाज से सरक्षक सीआर कोर्राम, युवा सरंक्षक यतिन्र्द छोटू सलाम, ब्लाॅक संरक्षक गौरव ठाकुर, ब्लाॅक अध्यक्ष पनकु नेताम, और अन्य मौजूद रहे।