
कोरबा न्यूज़ सीएसईबी कॉलोनी में रहने वाली रत्ना महंत नामक युवती एसिड अटैक के चक्कर में बुरी तरह से झुलस गई. रत्ना ने बताया कि सांप निकलने की घटना से छुटकारा पाने के लिए बीएसएफ के जवान अशोक ठाकुर ने उसे एक दवाई दी थी और इसके बाद ही उसके साथ यह हादसा हुआ.रत्ना ने बताया की दवा के उपयोग को लेकर ठाकुर ने उसे किसी तरह की सावधानी नहीं बताई थी। उसे यकीन है कि इस मामले में षड्यंत्र करने के साथ उसे नुकसान पहुंचाया गया है। इस घटना के पीछे का आधार बताते हुए रत्ना ने बताया कि कुछ दिनों से पड़ोसी के यहां गैर जरूरी लोग आ रहे थे और उनकी हरकतों पर हमने आपत्ति दर्ज कराई थी.घटना के दौरान रत्ना की मां और एक परिजन यहां पर मौजूद थे जबकि उसके भाई अपने ट्रीटमेंट के लिए रायपुर गए हुए थे आनन-फानन में उन्होंने कोरबा के एक निजी चिकित्सालय में डॉक्टर को दिखाया तब इस बात की पुष्टि हुई की एसिड के कारण ये सब हुआ हैएक महिला ने अपने पड़ोसी पर साजिश के तहत उसे दवाई की जगह एसिड देने का आरोप लगाया है. पड़ोसी ने सांप भगाने की दवा बता कर युवती को एसिड दे दिया. जिसके बाद बोतल खोलने के बाद एसिड महिला पर गिर गया और महिला बुरी तरह झुलस गई महिला और उसका परिवार इसकी शिकायत लेकर पुलिस के पास भी गया, लेकिन पुलिस ने उसकी एक न सुनी और उन्हे यह कहकर वहां से भेज दिया कि इसमें कोई अपराध बनता ही नहीं है. पुलिस का यह रवैया उसकी समझ से परे है पीड़िता ने बताया कि उसके द्वारा इस मामले में जांच और कार्रवाई के लिए रामपुर चौकी के पास शिकायत दर्ज करानी चाही, लेकिन पुलिस ने उन्हें यह कहकर चलता कर दिया कि इसमें कोई अपराध बनता ही नहीं है रिपोर्ट नही लिया