रायपुर,न्यूज़ धमाका :-छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 50 किलोमीटर दूर दामाखेड़ा गांव में होली के अवसर पर होली और दीवाली जैसा माहौल एक साथ दिखाई दे रहा है। एक ओर चंगमृदंग, ढोलक की धुन पर फाग गाते हुए श्रद्धालु भक्ति भाव में डूबे हैं वहीं दूसरी ओर पूरे गांव में दीवाली की तरह आकर्षक विद्युत साजसज्जा की गई है। भव्य स्वागत द्वार बनाए गए हैं। रोशनी की चकाचौंध से पूरा गांव जगमगा रहा है। सद्गुरु कबीर पंथ के संत प्रकाशमुनि नाम साहेब की छत्रछाया में सत्संग, भजन, दोहावली का गायन करके जीवन में नई उमंग, उत्साह के संचार में जुटे हैं।
कई राज्यों की वेशभूषा का आकर्षण
सद्गुरु कबीर साहेब के अनुयायी नेपाल, हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश, ओड़िसा, पश्चिम बंगाल से हजारों की संख्या में पहुंचे हैं। कोई राजस्थानी वेशभूषा में चंग बजाते फाग गाते नजर आ रहा है तो कोई छत्तीसगढ़िया संस्कृति के अनुरुप फाग गीत गा रहे हैं। अन्य प्रदेशों की संस्कृति भी लोगों को आकर्षित कर रही है।
नशा पान की सख्त मनाही
मेले की खासियत यह है कि हजारों लोग होली की मस्ती में डूबे हैं, लेकिन किसी ने भी नशापान नहीं किया है। यहां नशा करके आने पर सख्त पाबंदी है। सभी भक्त केवल सद्गुरु कबीर साहेब के संदेश मानव धर्म और सभी एक समान, कोई छोटा, बड़ा नहीं को अपनाकर होली की शुभकामनाएं दें रहे हैं।