युवा का मन बदल चुका है आज का युवा मन बने बनाए रास्तों पर चलना नहीं चाहता है।
: मेजर ध्यानचंद को याद किया,- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात को संबोधित कर रहे हैं। जिनकी याद में आज ही राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जा रहा है। पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक्स में चार दशक बाद मिले पदक का जिक्र किया। बकौल पीएम मोदी, हम सबको पता है आज मेजर ध्यानचंद जी की जन्म जयंती है। और हमारा देश उनकी स्मृति में इसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाता भी है। क्योंकि दुनिया में भारत की हॉकी का डंका बजाने का काम ध्यानचंद जी की हॉकी ने किया था। आज जहां भी मेजर ध्यानचंद की आत्मा होगी, उन्हें असीम प्रसन्नता हो रही होगी। कितने ही पदक क्यों न मिल जाएं, लेकिन जब तक हॉकी में पदक नहीं मिलता भारत का कोई भी नागरिक विजय का आनंद नहीं ले सकता है और इस बार ओलंपिक में हॉकी का पदक मिला, चार दशक के बाद मिला।
पीएम मोदी ने कहा, – जब खेल-कूद की बात होती है न, तो स्वाभाविक है हमारे सामने पूरी युवा पीढ़ी नजर आती है। और जब युवा पीढ़ी की तरफ गौर से देखते हैं कितना बड़ा बदलाव नजर आ रहा है। युवा का मन बदल चुका है आज का युवा मन बने बनाए रास्तों पर चलना नहीं चाहता है। वो नए रास्ते बनाना चाहता है। unknown जगह पर कदम रखना चाहता है। मंजिल भी नयी, लक्ष्य भी नए, राह भी नयी और चाह भी नयी, अरे एक बार मन में ठान लेता हैं न युवा, जी-जान से जुट जाता है। दिन-रात मेहनत कर रहा है।