दुर्ग,न्यूज़ धमाका :-चंदूलाल चंद्राकर मेमोरियल मेडिकल कालेज का अधिग्रहण होने के उपरांत वहां काम करने वाले संविदा कर्मियों को निकाल दिया गया है। निकाले गए संविदा कर्मी संविलियन सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किए।
प्रदर्शन के बाद आंदोलनरत कर्मियों के चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर डा.सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इस पर कलेक्टर ने कार्रवाही का आश्वासन दिया है।
चर्चा के दौरान कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि मेडिकल कालेज का अधिग्रहण के उपरांत न्यायालय ने किसी भी प्रकार की नई भर्ती पर स्टे दे दिया है लेकिन स्थगन आदेश की अवमानना कर ठेकेदारी प्रथा में कुछ लोगों को काम पर लिया जा रहा है। निकाले गए कर्मचारियों ने वर्ष 2013 से बकाया वेतन का भुगतान दिलाए जाने तथा संविलियन के मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए समय दिलाए जाने की मांग की है।
मांगों को लेकर धरना पर बैठे एक कर्मचारी भारती चिलचिलाती धूप की वजह से बेहोश हो गई जिसे तत्काल जिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया गया। वहां मांगों को लेकर एक कर्मी मोहन बघेल आठ दिन से आमरण अनशन पर बैठा हुआ था। सोमवार को कलेक्टर के साथ चर्चा पूरी होने के बाद एडीएम पदमिनी भोई ने पानी पिलाकर उसका अनशन तुडवाया।
मजदूर कार्यकर्ता समिति के कलादास डेहरिया ने बताया कालेज का अधिग्रहण किए जाने के बाद से निकाले गए कर्मचारी संविलियन की मांग को लेकर पिछले छह महीने से तरह-तरह के आंदोलन कर रहे हैं लेकिन प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की। अंततः प्रदर्शनकारियों को अपनी बात रखने कलेक्टोरेट आना पड़ा। कलेक्टोरेट में प्रदर्शन के दौरान सुमित,शिला, देवराज, लोमेश,धनुष, मोनिका, राजकुमार सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।