चंडीगढ़ न्यूज़ धमाका /// हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि किसानों के आंदोलन को आज एक साल हो गया है और किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करना चाहिए कि उन्होंने एक ही बार में इन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी। विज ने कहा कि किसानों ने कहा था कि हम यह तीनों कानून खत्म करा कर ही जाएंगे और प्रधानमंत्री ने इन्हीं बात को मानते हुए गत 19 नवंबर को इन तीनों कानूनों को खत्म करने की घोषणा कर दी, इस बात को लेकर किसानों को जश्न मनाना चाहिए क्योंकि यह इनकी मुख्य मांग थी, जिसको प्रधानमंत्री ने मान लिया है।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के कुछ मापदंड होते हैं और किसान जिस मुद्दे को लेकर चले थे उस मुख्य मुद्दे को सरकार ने मान लिया है, यदि उसके बाद भी किसान घर वापसी नहीं करते हैं तो आंदोलन पर विश्वसनीयता का प्रश्न चिन्ह लगता है। विज ने कहा कि मांगें हमेशा रहेंगी, सारी मांगें कभी खत्म नहीं होती, हमारी सरकार किसानों का हित सोचने वाली सरकार है और पहले भी 11 दौर की बातचीत किसानों के साथ हो चुकी है। उन्होंने कहा कि इन तीनों कानूनों को अब कैबिनेट में भी पास कर दिया गया है और आने वाली 29 तारीख को लोकसभा में भी यह बिल पेश कर दिए जाएंगे, किसानों को कहीं पर तो अपने विश्वास को रखना चाहिए।
राकेश टिकैत को प्रधानमंत्री का धन्यवाद करना चाहिए विज ने किसान नेता राकेश टिकैत से प्रश्न करते हुए कहा कि जब उनकी इतनी बड़ी बात मान ली है आपने कभी भंगड़ा नहीं डाला, आपने कभी जलेबी नहीं बाटी, आपने कभी ढोल नहीं बजाए, कम से कम एक बार प्रधानमंत्री की इस घोषणा को लेकर यह चीजें कर ले और प्रधानमंत्री का धन्यवाद कर दें। उन्होंने कहा कि बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं और सरकार बातचीत के लिए तैयार है और इसीलिए प्रधानमंत्री ने एक ही बार में किसानों की बात को मान लिया है लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत इस निर्णय के बाद यह काम करने से चूक गए क्योंकि इन्होंने प्रधानमंत्री का एक बार भी धन्यवाद नहीं किया और आज इनको आंदोलन करते हुए एक साल हो गया है इसलिए इन्हें खुले दिल से प्रधानमंत्री का धन्यवाद कर देना चाहिए क्योंकि जो मुद्दा यह लेकर चले थे उस मुद्दे को प्रधानमंत्री ने मान लिया है। उन्होंने कहा कि “किसान नेता राकेश टिकैत को इन तीनों बिलों को वापस लेने के लिए एक बार तो नरेंद्र मोदी जिंदाबाद बोलना चाहिए क्योंकि उनका सबसे बड़ा मसला हल हो गया है अगर यह नहीं बोलते हैं तो इनका कोई हिडन एजेंडा है”।