
रायपुर न्यूज धमाका – छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच में तेजी लाते हुए EOW (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) और ACB (लोकायुक्त की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा) की संयुक्त टीमों ने शनिवार को राज्यभर में 13 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। कार्रवाई पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबी लोगों और सहयोगियों के खिलाफ की गई।
सुबह से शुरू हुई इस गुप्त कार्रवाई में रायपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और जगदलपुर में दबिश दी गई। रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी श्रीनिवास राव और उनके भाई नागेश राव के निवास पर भी छापा मारा गया। नागेश को कवासी लखमा का करीबी बताया जा रहा है।
सबसे बड़ी बरामदगी रायपुर के एक ठेकेदार कमलेश नाहटा के घर से हुई, जहाँ ₹19 लाख नकद, प्रॉपर्टी के दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, और लेन-देन से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए। नकद राशि को जब्त कर लिया गया है और दस्तावेजों की जांच जारी है। कमलेश मूल रूप से सुकमा का निवासी है और पिछली सरकार के कार्यकाल में रायपुर में सक्रिय हुआ था।
इसके अलावा जिन लोगों के यहां छापेमारी हुई, उनमें शामिल हैं:
- प्रेम मिगलानी – कंप्यूटर कारोबारी, जगदलपुर
- राजकुमार तामो – कांग्रेसी नेता, दंतेवाड़ा
- राजेश नारा – पूर्व योग आयोग सदस्य, सुकमा
- अनीश बोथरा – हार्डवेयर कारोबारी
- जयदीप भदौरिया – पेट्रोल पंप संचालक
- शेख बशीर और बशीर अहमद – पूर्व मंत्री लखमा के ड्राइवर
ACB-EOW की टीमें शाम 6 बजे तक अधिकांश ठिकानों से जांच पूरी कर निकल गईं। अधिकारियों का कहना है कि बरामद दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शराब घोटाले में कवासी लखमा की गिरफ्तारी के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है, जो इस घोटाले के संपत्ति और नेटवर्क के पहलुओं को उजागर करने में अहम भूमिका निभा सकती है।