ग्वालियर न्यूज़ धमाका/// कोहरे के चलते रेलवे करीब 20 फीसद ट्रेनों को रद करने जा रहा है। इसी के चलते बरौनी एक्सप्रेस को दो दिसंबर के बाद सप्ताह में दो दिन रद रखने का निर्णय लिया गया है। क्योंकि कोहरे के चलते ट्रेनों की गति धीमी हो जाती है इसलिए वह अपने गंतव्य पर देरी से पहुंचती हैं, ऐसे में वापसी में वह समय पर नहीं चल पाती हैं। इसी समस्या को देखते हुए निर्णय लिया गया है। रेलवे ने ट्रेन नंबर 04185 ग्वालियर-बरौनी मेल को कोहरे की आशंका के चलते सप्ताह में सोमवार-गुरुवार को दो दिसंबर से 28 फरवरी तक रद करने का निर्णय लिया है। दक्षिण भारत में हुई बारिश के बाद बुधवार को नई दिल्ली से तिरुवेन्द्रम की ओर जाने वाली केरला एक्सप्रेस व निजामुद्दीन से तिरुपति को जाने वाली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस रद रहीं। इस कारण से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
यह ट्रेन अब दिसंबर माह में 2, 6, 9, 13, 16, 20,23, 27 व 30 तारीख को रद रहेगी। वहीं जनवरी 2022 माह में 3, 6, 10, 13, 17, 20, 24, 27, 31 तारीख में रद रहेगी। इसी तरह फरवरी माह में 3, 7, 10, 14, 17, 21, 24 व 28 तारीख में रद रहेगी। ट्रेन नंबर 04186 बरौनी-ग्वालियर मेल सप्ताह में मंगलवार और शुक्रवार को रद रहेगी। यह ट्रेन दिसंबर माह में 3, 7, 10, 14, 17, 21, 24 व जनवरी 2022 में 4, 7, 11, 14, 18, 21, 25 व 28 तारीख को रद रहेगी। फरवरी माह में 1, 4, 8, 11, 15, 18, 22, 25 व मार्च माह में पहले दिन रद रहेगी।
गलत ट्रेन में सवार हुए दंपती का बैग छूटा, आरपीएफ ने सुरक्षित लौटायाः गलत ट्रेन में सवार दंपती का बैग छूट गया, जिसे आरपीएफ ने मुरैना में ट्रेन रुकवाकर उतारकर दंपती के सुपुर्द कर दिया। रेलवे अधिकारियों के अनुसार दिल्ली की रहने वाली शोभा शर्मा अपने पति राहुल के साथ दिल्ली जाने के लिए प्लेटफार्म नंबर दो पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे। उन्हें जिस ट्रेन से जाना था वह उसमें सवार न होकर दूसरी ट्रेन में सवार हो गए। जैसे ही उन्हें पता चला कि वह गलत ट्रेन में सवार हो गए हैं और इसमें उनका रिजर्वेशन नहीं है तो वह तत्काल ट्रेन से उतरने लगे, लेकिन तब तक ट्रेन चलने लगी। इसलिए चलती ट्रेन से दंपती छलांग लगाकर उतर गए। इस दाैरान सामान ट्रेन में ही छूट गया। जिसकी सूचना उन्होंने परिचालन विभाग को दी कि उनका सामान ट्रेन में छूट गया है। इस पर मुरैना आरपीएफ को सूचना दी गई कि ट्रेन आने पर सामान उतार लिया जाए। ट्रेन जैसे ही मुरैना पहुंची तो सामान उतार लिया गया और दपंती जब मुरैना पहुंचे तो उनके सुपुर्द कर दिया गया