
ग्वालियर न्यूज़ धमाका // रेलवे की बहुप्रतीक्षित तीसरी लाइन परियोजना के तहत बिरला नगर स्टेशन को आधुनिक इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग तकनीक से लैस किया गया है। इस तरह की तकनीक दिल्ली, आगरा, मथुरा जैसे बड़े स्टेशनों पर उपयोग की जा रही है। इस नई तकनीक से 17 ट्रैक पर ट्रेनों को डायवर्ट किया जा सकता है। इसके अलावा इस तकनीक में 53 रूट भी उपलब्ध हैं। इसके चलते कंट्रोल रूम में बैठकर ट्रेनों को जरूरत पड़ने पर दूसरे ट्रैक पर डाला जा सकता है। इस अत्याधुनिक इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग का कार्य रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा किया गया है।
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक तीसरी लाइन पर वर्तमान में भांडई से धौलपुर तक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। वहां से धौलपुर से आगे रायरू और बिरला नगर तक तीसरी लाइन बिछा दी गई है। ट्रैक बिछने के बाद उस पर इंटरलाकिंग का काम बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे ही ट्रेनों को एक लाइन से दूसरी लाइन पर भेजा जाता है। इसके लिए स्टेशनों पर पैनल कंट्रोल रूम तैयार किए जाते हैं। ग्वालियर में मुख्य स्टेशन के अलावा बिरला नगर भी महत्वपूर्ण स्टेशन है। ऐसे में बिरला नगर स्टेशन पर आधुनिक तकनीक का इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम लगाया गया है। इसमें 17 ट्रेक सेक्शन तथा 22 डिस्ट्रीब्यूशन पाइंट लगाए गए हैं। नये अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग सिस्टम को यूएफएसबीआई ब्लाक पेनल के साथ लगाया गया है। इससे ट्रेनों के सुरक्षा मानक में वृद्धि होती है। पुरानी इलेक्ट्रो मैकेनिकल के मुकाबले यह प्रणाली अधिक विश्वसनीय है। इस नई प्रणाली की सुरक्षा के लिए सेंट्रल और एंड केबिन में 10 फ्यूज अलार्म सिस्टम दिया गया है। इंटरलाकिंग का कार्य पूर्ण हो जाने के बाद अब रेलवे के अफसर बिरला नगर तक तीसरी लाइन पर ट्रेन दौड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए अगले माह कमिश्नर रेलवे सेफ्टी से निरीक्षण कराया जा सकता है।