भिलाई,न्यूज़ धमाका :- बीएसपी प्लांट के सेक्टर-9 अस्पताल में कार्यरत ठेका कर्मचारियों के वेतन और अन्य मुद्दों को लेकर आंदोलन के मामले में प्रबंधन ने तीन नियमित कर्मचारियों पर कार्रवाई की है।
तीनों संयंत्र कर्मी सीटू ठेका प्रकोष्ठ के हैं। प्रबंधन ने इनका दो साल के लिए दो इंक्रीमेंट रोकने का आदेश जारी कर दिया है। प्रबंधन की इस सख्त तेवर से यूनियन नेताओं के साथ ही कर्मचारी भी सकते में है।
भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने पावर सिस्टम विभाग में मास्टर आपरेटर कम टेक्नीशियन के रूप में पदस्थ योगेश सोनी, इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग के टेक्नीशियन जमील अहमद एवं इंजीनियरिंग ड्राइंग एंड डिजाइन में मास्टर आपरेटर कम टेक्नीशियन कमलेश कुमार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार प्रबंधन का आरोप है कि दो साल पहले 18 जून 2020 को संयंत्र के आइआर विभाग के सामने प्रदर्शन हुआ था। प्रबंधन ने इसे नियम विरूद्ध माना था। प्रबंधन द्वारा इसकी विभागीय जांच कराई गई। प्रबंधन की ओर से दावा किया गया कि इसमें तीनों सीटू यूनियन के नेताओं की अहम भूमिका थी।
इसके बाद प्रबंधन ने यह कार्रवाई की।सभी तीनों सीटू नेताओं के पर इस मामले में प्रबंधन के समक्ष अपना पक्ष रखने का 30 दिनों का समय है। जिसमें सभी अपनी बात लिखित रुप से रख सकते है। इधर इन नेताओं से उनका पक्ष मांगा गया तो सभी ने कह दिया कि वे कुछ नही कहना चाहते है।
यह था मामला
भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित सेक्टर-9 अस्पताल के लांड्री यूनिट में कार्यरत ठेका कर्मियों को ठेका एजेंसी द्वारा काम पर से हटा दिया गया था। इससे नाराज ठेका कर्मियों ने पहले सेक्टर-9 एवं इसके बाद बीएसपी आइआर विभाग के सामने नारेबाजी की थी। सीटू ठेका प्रकोष्ठ ने इसका नेतृत्व किया था।