रायपुर न्यूज़ धमाका /// प्रदेश में अभी बड़ी जांच में तीस से चालीस के बीच कोरोना केस मिल रहे हैं। इसलिए इस महामारी को नियंत्रण में माना जा रहा है। लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन पर केंद्र सरकार से मिली गाइडलाइन के बाद नया रायपुर के इंद्रावती भवन में कोविड-19 वॉर रूम को सक्रिय कर दिया गया है।
यहां स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों की तैनाती की गई है। जो प्रदेश में होने वाली कोरोना गतिविधियों पर नजर रखेंगे। अलर्ट के मद्देनजर जिलों में आरटीपीसीआर के सैंपल बढ़ाने के निर्देश जारी किया गया है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में सर्किट हाउस में कोविड कंट्रोल रूम काम कर रहा था, जिसे कोरोना के मामले कम होने के बाद बंद कर दिया गया था।
केंद्र सरकार से मिले चौकसी के निर्देश के बाद अब इंद्रावती भवन में संचालित वॉर रूम के माध्यम से काम होगा। अभी वहीं आईडीएसपी के नोडल अफसर बैठेंगे जो ओमिक्रॉन के मद्देनजर जिलों में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेंगे। आपात स्थिति निर्मित होने पर इसका विस्तार किया जाएगा और नए म्यूटेंट पर किसी तरह की गतिविधि होने पर उच्चाधिकारी यहीं बैठक लेकर रोकथाम की गतिविधियों का संचालन कर सकेंगे।
इस नए म्यूटेंट के मामले में किसी भी तरह की सलाह और मार्गदर्शन के लिए कार्यालयीन समय में 0771-2235091 नंबर पर कॉल किया जा सकता है। अधिकारियों का तर्क है कि प्रदेश में अगर ओमिक्रॉन की दस्तक होती है। तो वॉर रूम को चौबीस घंटे अलर्ट रखा जाएगा। इस अलर्ट के बाद हर जिलों को निर्देशित किया गया है कि वे रेपिड एंटीजन टेस्ट करने के बजाए आरटीपीसीआर टेस्ट पर फोकस करें।
विदेश से वापस लौटे लोगों में गिनती के लोग ही पॉजिटिव मिले हैं मगर उनमें किसी तरह के लक्षण नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस बात को लेकर चिंतित है कि ओमिक्रॉन की दस्तक पड़ोसी राज्यों में हो चुकी है। खासकर महाराष्ट्र में इसके मामले सामने आ चुके हैं, जहां से बड़ी संख्या में लोगों की छत्तीसगढ़ आवाजाही होती है। निर्देश जारी किया गया