
कांकेर न्यूज धमाका – जिले के चारामा से एक मर्मांतक मामला सामने आया है। एक सरकारी आयुर्वेदिक डॉक्टर पर एक युवती द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाए जाने और कथित रूप से आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद डॉक्टर ने भिलाई स्थित अपने आवास पर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमें कुछ लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
क्या है पूरा मामला?
चारामा के पुरी गांव में पदस्थ आयुर्वेदिक चिकित्सक के सरकारी आवास में हाल ही में एक वीडियो सामने आया था, जिसमें डॉक्टर को एक युवती के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया। वीडियो वायरल होते ही युवती ने डॉक्टर पर आरोप लगाया कि उसने उसकी मां के इलाज के बदले शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला।
युवती के गंभीर आरोप
- युवती का कहना है कि वह सरकारी अस्पताल में अपनी बीमार मां के इलाज के लिए गई थी।
- डॉक्टर ने पहले इलाज के नाम पर पैसों की मांग की, फिर बाद में पैसे न होने पर उसे यौन संबंध के लिए मजबूर किया।
- घटना का वीडियो वायरल होने के बाद युवती ने आरोपों की पुष्टि करते हुए बयान दिया।
जांच से पहले ही आत्महत्या
- पुलिस ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू की थी, लेकिन औपचारिक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी।
- इसी बीच डॉक्टर दुर्ग के भिलाई स्थित अपने घर लौटे और शनिवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
- रविवार सुबह परिजनों ने जब दरवाजा नहीं खुला देखा तो पुलिस को सूचना दी।
मिला सुसाइड नोट
- पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें डॉक्टर ने कुछ लोगों पर ब्लैकमेल करने और मानसिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है।
- आरोप है कि डॉक्टर से पाँच लाख रुपये की मांग की गई थी।
- सुसाइड नोट में डॉक्टर ने लिखा कि उसने समाजिक दबाव, अपमान और धमकियों के चलते यह कदम उठाया।
सामाजिक दबाव और बैठक की भूमिका
- सूत्रों के अनुसार, गांव में इस घटना को लेकर एक सामाजिक बैठक भी आयोजित की गई थी जिसमें डॉक्टर को बुलाया गया था।
- बैठक के दौरान युवती ने डॉक्टर पर दुष्कर्म के आरोप दोहराए।
- इस दौरान कुछ लोगों ने मामले को रफा-दफा करने के लिए पैसे की मांग भी की थी।
डॉक्टर का पारिवारिक पक्ष
- मृतक डॉक्टर की पत्नी सिंचाई विभाग में कार्यरत हैं।
- वे दुर्ग जिले के निवासी थे और हाल ही में भिलाई पहुंचे थे।
पुलिस का बयान
“हमने मौके से सुसाइड नोट जब्त कर लिया है और वीडियो की वैधता, आरोपों की पुष्टि तथा ब्लैकमेल की आशंका पर जांच जारी है। फॉरेंसिक टीम को भी लगाया गया है।”
— सुपेला थाना प्रभारी
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
लोगों की मांग है कि:
- वायरल वीडियो की डिजिटल फॉरेंसिक जांच हो।
- यदि डॉक्टर को ब्लैकमेल किया गया, तो दोषियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज हो।
- साथ ही, यदि यौन शोषण के आरोप सही पाए जाते हैं, तो युवती को न्याय मिले।
निष्कर्ष
यह मामला केवल नैतिक और कानूनी सवाल ही नहीं उठाता, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे वीडियो वायरल, सामाजिक दबाव और कानूनी प्रक्रिया के बीच संतुलन आवश्यक है। पुलिस अब इस प्रकरण को ब्लैकमेलिंग, आत्महत्या के लिए उकसाने और संभावित यौन उत्पीड़न — तीनों आयामों से जांच कर रही है।