नई दिल्ली न्यूज़ धमाका /// कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार आमने सामने आ गई। केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को दिशानिर्देशों को लेकर चिट्ठी लिखी है। अब दोनों के बीत कुछ दिशानिर्देशों को लेकर मतभेद हो गया है।
ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय को द्वारा 28 नवंबर को एसओपी जारी की गई। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक पत्र में महाराष्ट्र से आग्रह किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस के एक नए वेरिएंट के खतरे के बीच महाराष्ट्र सरकार को कोरोना दिशानिर्देशों में बदलाव करने का निर्देश दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को लिखे पत्र में कहा है कि हवाई यात्रियों के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाए गए नियम केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के विपरीत हैं
स्वास्थ्य सचिव की ओर से भेजे गए पत्र में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ओमिक्रॉन के खिलाफ एक समान दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा गया है। लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजे गए पत्र में अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए महाराष्ट्र सरकार की ओर से जारी कुछ निर्देशों में संशोधन करने का निर्देश दिया गया है, जो 30 नवंबर को जारी किए गए थे।
महाराष्ट्र सरकार के दिशानिर्देश भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी एसओपी और दिशा-निर्देशों के विपरीत हैं। ऐसे में दोनों के बीच मतभेद हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इस साल 11 नवंबर को सबसे पहले बोत्सवाना में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन बी.1.1529 दर्ज हुआ था। जबकि इसका पहला मामला 14 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसको लेकर खतरा बताया था।