रायपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापुर, दल्लीराजहरा और नवा रायपुर रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ थाना खोलने का निर्णय लिया गया है। रायपुर रेलवे मंडल के कमांडेंट ने थानों के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर जोन मुख्यालय भेज दिया है। मुख्यालय से अनुमति मिलते ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।आरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा को देखते हुए थानों के निर्माण करने की मांग की गई थी।
गौरतलब है कि रेलवे प्रशासन रायपुर के केंवटी तक ट्रेन का परिचालन कर रहा है। केंवटी से अंतागढ़ तक पटरी बिछाना रेलवे के लिए चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि कोसरोंडा से भइया साल्हेभाठ तक के चैलेंजिंग रूट में नदी-नाले सबसे बड़ी बाधा थे।रेलवे ने इन बाधाओं को पार करते हुए केंवटी से अंतागढ़ तक करीब 17 किमी तक पटरी बिछाने और स्टेशन बनाने का काम पूरा कर लिया है।
अंतागढ़ तक ट्रेन चलाने की कवायद चल रही है। वहीं, तारोकी रेलवे स्टेशन तक पटरी बिछाने का काम चल रहा है। ट्रैक के ऊर्जीकृत होने के बाद पैसेंजर और मालगाड़ी ट्रेनों की आवाजाही अधिक हो जाएगी। यही कारण है कि सुरक्षा बढ़ाने की मांग की जा रही थी।
सुरक्षा के लिए बटालियन तैनात
वर्तमान में रायपुर से केंवटी रेलवे स्टेशन तक मेमू का संचालन हो रहा है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए बटालियन तैनात की गई है, लेकिन इन रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ थाना नहीं है। ऐसे में यदि ट्रेन से कटने या फिर अन्य किसी प्रकार की दिक्कत आती है तो जांच करने के लिए दुर्ग से अधिकारियों और कर्मचारियों को जाना पड़ता है। दुर्ग से केंवटी और भानुप्रतापपुर पहुंचने में करीब तीन घंटे लग जाते हैं। ऐसे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।