कोरबा,न्यूज़ धमाका :- कोरबा वन मंडल के करतला वनपरिक्षेत्र में ग्राम चारमार के निकट जंगल दातून तोड़ रहे ग्रामीण पर मादा भालू ने हमलाकर जख्मी कर दिया। किसी तरह जान बचाकर भागे ग्रामीण को खेत में काम करने वालों के सहयोग से करतला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।
ग्राम चारमार निवासी फुलेश्वर सिंह राठिया प्रतिदिन की तरह गुरूवार को मवेशी चराने के लिए निकट के जंगल में गया। दोपहर के समय मवेशियों को वापस गांवे की ओर लाने के पहले वह सरई पेड़ से दातून तोड़ने लगा। निकट झुरमुट में अपने बच्चे क साथ बैठी मादा भालू ने असुरक्षा के एहसास फुलेश्वर पर हमला कर दिया।
नुकीले पंचों के कारण ग्रामीण के शरीर के कई अंगो को जख्मी कर दिया है। बताना होगी इन दिनों जंगल में तेंदू पक चुके हैं, जिसे खाने के लिए जंगली जीव खासकर भालू आ रहे हैं। वन कर्मियों ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
हाथियों के काफिले के सामने ठहर गया विधायक का कारवां
पाली तानाखार विधायक उस समय अपने साथियों के साथ जाम में फंस गए जब चोटिया-चिरमिरी मार्ग में हाथियों का काफिला सड़क पार कर रहा था। 34 हाथियों की झुंड को सड़क पार करने में लगभग आधा घंटा लगा तब जा कर आवागमन बहाल हुआ और विधायक ने राहत की सांस ली। मारवाही वन परिक्षेत्र चले गए हाथियों की वापसी ढाई माह बाद फिर कटघोरा वन मंडल में हो गई है। अस्थिर रहवास के कारण हाथी पसान, केंदई में विचरण कर रहे हैं।
मंगलवार की रात पाली- तानाखार विधायक कोरबी से अपने गृहग्राम वापस जा रहे थे, इस दौरान उनका काफिला चोटिया के पास रूक गया। हाथियों का दल सड़क से पार हो रहा था। देर रात होने के कारण मार्ग वन अमले का कोई भी कर्मचारी नहीं था। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। झुंड के पार होने के बाद आवागमन बहाल हुआ। बताना होगा कि जिले में हाथियों की चिंघाड़ से वनांचल क्षेत्र थर्राया हुआ है।