जिले के सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी टीम भावना एवं समन्वय के साथ बेहतर कार्य कर जिले को विकास में अग्रणी बनाने योगदान निभायें। समस्त कार्यालयों में कार्यालयीन समयावधि का परिपालन कर शासकीय कार्यों का संपादन सुनिश्चित करें। वहीं आम जनता के प्रकरणों का त्वरित निराकरण के लिए संवेदनशीलता के साथ पहल करें। कलेक्टर दीपक सोनी ने कलेक्टोरेट में आयोजित समय-सीमा की बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। कलेक्टर दीपक सोनी ने राज्य शासन की फ्लेगशिप योजनाओं का कारगर ढंग से कार्यान्वयन करने पर बल देते हुए कहा कि नरवा-गरवा, घुरूवा एवं बाड़ी, गोधन न्याय योजना, मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण भूमिहीन मजदूर न्याय योजना, मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना आदि का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये और शत-प्रतिशत उपलब्धि हासिल किया जाये।
गोबर की खरीदी सहित वर्मी कम्पोस्ट खाद विक्रय की जानकारी ली – गोधन न्याय योजनान्तर्गत गौठानों में नियमित रूप से गोबर खरीदी सुनिश्चित किया जाये। इस ओर सम्बन्धित गौठानों के नोडल अधिकारी सतत् मॉनिटरिंग करें और स्थानीय गौदानी अमले की सहभागिता से गोबर खरीदी पर ध्यान केन्द्रीत करें। कलेक्टर ने जिले के गौठानों में अब तक क्रय गोबर की खरीदी सहित वर्मी कम्पोस्ट खाद उत्पादन एवं विक्रय स्थिति की जानकारी ली और उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट खाद का विक्रय सम्बन्धित विभागों एवं किसानो को किये जाने कहा। उन्होने इस दिशा में वन, उद्यानिकी, कृषि एवं रेशम विभाग को जरूरत के अनुरूप वर्मी कम्पोस्ट खाद की मांग किये जाने के निर्देश दिये। वहीं मनरेगा के तहत स्वीकृत नर्सरी एवं वृक्षारोपण कार्यों के लिए वर्मी कम्पोस्ट की मांग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले के चयनित 8 गौठानों में ग्रामीण औद्योगिक पार्क विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर सुनिश्चित करने कहा और आयमूलक गतिविधियों को कार्ययोजना के अनुरूप संचालित करने के निर्देश आधिकारियों को दिये।
कलेक्टर ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत रूप से जानकारी ली – कलेक्टर सोनी ने स्कूली छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण पत्र प्रदाय की समीक्षा करते हुए इस दिशा में आदिवासी विकास, स्कूल शिक्षा और राजस्व विभाग के अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्ययोजना के अनुरूप कार्य सुनिश्चित करने कहा। बैठक में मुख्यमंत्री के घोषणाओं का कार्यान्वयन, समर्थन मूल्य पर कोदो-कुटकी एवं रागी का उपार्जन के लिए कार्ययोजना, राजस्व प्रकरणों का समय-सीमा में निराकरण, अतिवृष्टि से फसल क्षति, जनहानि, पशुहानि एवं मकान क्षति का आर्थिक सहायता अनुदान, जल जीवन मिशन के कार्यों आदि की विस्तृत समीक्षा की गयी।
ये सभी उपस्थित रहे – बैठक के दौरान सीईओ जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और जिले में पदस्थ एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत तथा नगरीय निकायों के सीएमओ मौजूद थे।