ऑनलाइन फीमेल फ्रेंडषिप के नाम पर पश्चिम बंगाल के ठगों द्वारा विश्रामपुरी के गा्रमीणों से बसूले गये 12 लाख।
आनलाईन फीमेल फ्रेंडशिप का नषा महानगरों के बाद अब पहुचा बस्तर के गांवों तक। फीमेल फ्रेंडशिप का ऐसा चढा रंग की गंवा दिये लाखों रूपये।
कोंडागांव न्यूज़ फीमेल फ्रेंडषिप कराने के बाद डेटिंग का लालच देकर जिले की गा्रम पंचायत विश्रामपुरी के गा्रमीणों से पष्चिम बंगाल के ठगों ने धीरे धीरे करके 12 लाख रू अपने खातो में ट्रांसफर करा लिये। जिसे पुलिस की साईबर क्राईम ने इन्वेस्टीगेट कर पूरा 12 लाख रू वापस पीडितों को दिला दिये। यह कोण्डागावं जिले में साईबर क्राईम की सबसे बडी रकक की रिकवरी है।
अदालत ने कराया गया सुपुर्द नामा
प्रार्थी प्रभुराम मरकाम पिता सगराम मरकाम साकिन कोरहोबेड़ा थाना विश्रामपुरी को न्यायालय के सुपुर्दनामा आदेश पर 12 लाख रुपये सुपुर्दनामा में दिया गया। सम्पूर्ण कार्यवाही मे पुलिस अधीक्षक सिद्वार्थ तिवारी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी भूपत सिंह धनेश्री के पर्यवेक्षण में थाना विश्रामपुरी व टीम की अहम भूमिका रहा।सम्पूर्ण कार्यवाही मे पुलिस अधीक्षक सिद्वार्थ तिवारी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय पुलिस अधिकारी भूपत सिंह धनेश्री के पर्यवेक्षण में थाना विश्रामपुरी व टीम की अहम भूमिका रहा।
ये है मामला
प्रार्थी के रिपोर्ट पर कि उनके मोबाईल नं. पर अज्ञात मोबाईल धारक के द्वारा फीमेल फ्रेंडशिप ऑनलाइन डेटिंग सर्विस के नाम पर धोखाधड़ी कर अलग-अलग किष्तों में 12,00,000/- रूपये लगभग बारह लाख रूपये अपने विभिन्न बैंक खाते में जमा करवाकर छलपूर्वक ठगी कर ली है। रिपोर्ट पर थाना विश्रामपुरी में अपराध क्रमांक 57/2020 धारा 420, 34 भा.द.वि. पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
बनायी गयी विषेष टीम
वर्तमान में ऑनलाइन ठगी के विभिन्न घटनाओं के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक कोण्डागांव सिद्धार्थ तिवारी के द्वारा तत्कालीन थाना प्रभारी विश्रामपुरी निरीक्षक भापेन्द्र साहू के नेतृत्व में एक विषेष अनुसंधान टीम गठन किया गया। मामले की प्रारंभिक विवेचना पर आरोपीयो के बैंक खाते कोलकाता पष्चिम बंगाल से संबधित होना पाये जाने पर पुलिस अधीक्षक के निर्देष पर आरोपी की पतासाजी के लिए गठित विषेष टीम को तत्काल कोलकाता पष्चिम बंगाल रवाना किया गया।
कोलकाता के जाधव पुर से धरे गये आरोपी
विशेष टीम के द्वारा कोलकाता जाधवपुर क्षेत्र में एक सप्ताह तक कैंप कर लगातार गहन विवेचना करते हुए आरोपीगण की पतासाजी की गई। आरोपीगण के संबंध में पर्याप्त साक्ष्य सबूत व जानकारी प्राप्त हो जाने पर विषेष टीम व पश्चिम बंगाल की स्थानीय पुलिस के सहयोग द्वारा आरोपीगण के कार्य स्थल जहाँ से आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा था वहाँ रेड कार्यवाही की गई । रेड में कार्यालय संचालक जीबन कृष्ण सिंघा एवं संधी शंकर बारीक को पकड़ा गया।
महिला से डेटिंग का दिया था लालच
आरोपीगण के द्वारा ऑनलाइन विज्ञापन देकर महिला कर्मचारी नियुक्त किया जाता था जिसे आॅनलाईन डेटिंग करने का ट्रेनिंग देकर ग्राहकों को टार्गेट कर फ्रेंडशिप चैटिंग करते हुए झांसे में लेकर शुल्क के रूप में रजिस्ट्रेषन फीस एवं अन्य अलग-अलग शुल्क के नाम पर छलपूर्वक अपने बैंक खातों में पैसा जमा करवाकर और पीड़ितों का पैसा डेबिट कार्ड एवं इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम अपने बैंक खाते से निकाल लिया जाता था।
टीम में सामिल रहे ये
आरोपी की गिरफ्तारी एवं ठगी किये रूपये की बरामदगी में निरीक्षक भापेन्द्र साहू, उप निरीक्षक प्रहलाद यादव, उप निरीक्षक भवानी सिंह चैहान, सायबर आरक्षक अजय श्रीवास्तव, आरक्षक बिज्जु यादव, आरक्षक सीताराम टेकाम, महिला आरक्षक रंजीम सलाम एवं सहायक महिला आरक्षक ललीता पोयाम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।