दिल्ली न्यूज़ धमाका /// 21वीं भारत और रूस के बीच वार्षिक बैठक का आयोजन दिल्ली में किया गया है। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल हुए। बैठक की शुरुआत में पीएम मोदी ने पुतिन का जोरदार स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा कि रूस के प्रति हमारा गहरा लगाव रहा है। कोविड-19 के बावजूद हमारे रिश्तों के बीच कोई दूरी नहीं आई। दोनों देशों के बीच रिश्ते और भी मजबूत हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोविड की चुनौतियों के बावजूद भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय संबंधों और सामरिक भागीदारी में कोई बदलाव नहीं आया है। कोविड के खिलाफ लड़ाई में भी दोनों देशों के बीच सहयोग रहा है। मोदी ने कहा किमेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत हमारा रक्षा सहयोग मजबूत हो रहा है। दोनों देश रक्षा और आर्थिक क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहयोगी हैं। कोरोना के खिलाफ सहयोग भी मिला है।
हम अपने संबंधों को आर्थिक क्षेत्र में भी आगे ले जाने के लिए एक बड़े दृष्टिकोण पर काम कर रहे हैं। हमने 2025 तक व्यापार में 30 अरब डॉलर और निवेश में 50 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा है। पुतिन ने कहा कि हम भारत को एक महान शक्ति, एक भरोसेमंद दोस्त के रूप में देखते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कुछ दशकों में दुनिया में कई बुनियादी बदलाव आए हैं. विभिन्न भू-राजनीतिक समीकरण सामने आए, लेकिन भारत और रूस के बीच दोस्ती कायम रही।
आर्थिक मोर्चे पर हम मजबूत हुए हैं। रक्षा क्षेत्र में भी हम काफी आगे निकल चुके हैं।मोदी और पुतिन की मुलाकात से पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री जनरल जनरल सर्गेई शोइगु ने भारत और रूस के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड ने भारत और रूस के बीच असॉल्ट राइफल AK-203 की खरीद के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
सैन्य तकनीकी सहयोग समझौते 2021-2031 कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए गए। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच कलाश्रीकोव श्रृंखला के छोटे हथियारों के निर्माण के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता संशोधन प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किए गए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनरल सर्गेई शोइगु के साथ बैठक के दौरान कहा- भारत-रूस संबंध बहुपक्षवाद, वैश्विक शांति और आपसी समझ और विश्वास पर आधारित हैं।