
बालोद न्यूज धमाका – छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में 22 मार्च को हुई एक महिला व्याख्याता की मौत का मामला अब सड़क दुर्घटना नहीं, बल्कि एक सुनियोजित हत्या निकला है। पुलिस जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि शेरपार गांव के पास हुई शिक्षिका की ‘एक्सीडेंटल डेथ’ दरअसल उसके पति द्वारा रची गई हत्या की साजिश थी, जिसमें उसका एक साथी भी शामिल था।
पत्नी की हत्या के पीछे था तलाक का विवाद
मृतका, बरखा वासनिक (35), शेरपार हायर सेकेंडरी स्कूल में व्याख्याता थीं। उनका विवाह 2016 में शीशपाल वासनिक से हुआ था, जो भिलाई विद्युत विभाग में सब इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। दोनों के बीच लंबे समय से वैवाहिक विवाद चल रहा था और मामला तलाक तक पहुंच चुका था।
22 मार्च: फिल्मी अंदाज में रची गई हत्या की साजिश
शिक्षिका 22 मार्च की शाम बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी के बाद महिला प्यून मथुरा मंडावी (45) के साथ स्कूटी से स्कूल से घर लौट रही थीं। रास्ते में ग्राम शेरपार के मंदिर के पास एक अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को जोरदार टक्कर मारी। हादसे में बरखा की मौत हो गई और प्यून गंभीर रूप से घायल हो गई। शुरू में इसे सड़क दुर्घटना माना गया, लेकिन मृतका के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी।
प्लान: पहले टक्कर, फिर रॉड से हमला
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि शीशपाल ने अपने दोस्त कयामुद्दीन के साथ मिलकर पहले स्कूटी को तेज रफ्तार बोलेरो से टक्कर मारी और जब देखा कि पत्नी की जान नहीं गई है, तो रॉड से ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों मौके से फरार हो गए।
स्मार्ट बनना पड़ा महंगा
आरोपी पति ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घटना के दिन अपना मोबाइल ऑफिस में छोड़ दिया था, ताकि उसकी लोकेशन वहीं की दिखे। लेकिन पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के मोबाइल टावरों की लोकेशन खंगाली और कयामुद्दीन का नंबर ट्रेस किया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने पूरे हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
पुलिस ने किया दोनों को गिरफ्तार
दल्लीराजहरा थाना पुलिस ने आरोपी पति शीशपाल वासनिक और उसके सहयोगी कयामुद्दीन को गिरफ्तार कर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 120B (षड्यंत्र) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार पटेल के नेतृत्व में बनी विशेष टीम ने इस जटिल केस को सुलझाया।