नई दिल्ली न्यूज़ धमाका ///रोम में 16 वें जी 20 शिखर सम्मेलन आग लगने की बढ़ेंगी घटनाएं ग्लेशियर सिकुड़ रहे तापमान बढ़ से पहले जलवायु परिवर्तन की जुड़ी एक रिपोर्ट ने पूरी दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है । शोध संस्थान सीएमसीसी के 40 से भी ज्यादा वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया है कि अगर कार्बन उत्सर्जन इसी तरह बना रहता है तो 2036-65 तक गर्मी 25 गुना ज्यादा बढ़ जाएगी । साथ ही तापमान में 4 डिग्री की बढ़ोतरी होगी । जलवायु परिवर्तन से न केवल जंगलों में आग की घटनाएं बढ़ेगी बल्कि इंसानी जान जाने का भी खतरा बना रहेगा । आग की घटनाएं बढ़ेगी बल्कि इंसानी जान जलवायु परिवर्तन से न केवल जंगलों में जाने का भी खतरा बना रहेगा । रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में जंगल में लगने वाली आग ने इतने बड़े क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है जितने में करीब 15 केनेडा समा जाए ।
अगर उत्सर्जन बढ़ता जाता है तो भारत में स्थिति और भी विकट होगी । वैज्ञानिकों का कहना है कि से हिमालय के ग्लेशियर सिकुड़ रहे हैं और बारिश में भी तेजी से बदलाव देखने को मिल रहे है । उत्तराखंड में हुई ती बारिश , जिसमें 24 घंटे के भीतर ही 300 400 मिमि बारिश हो गई ऐसी घटनाएं लगातार देखने को मिल रही है । ऐसे में भारत को अपने बुनियादी ढांचे को भी जलवायु के हिसाब से फसलों में आएगी गिरावट रिपोर्ट में बताया गया है कि तापमान बढ़ने से भारत में गन्ना , चावल , गेहूं और मक्के के उत्पादन में कमी आएगी , वहीं अगर इसी तरह के हालात आगे भी बने रहे तो 2050 तक कृषि के लिए पानी की मांग में 29 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो जाएगी जिसका सीधा असर पैदावार पर देखने को मिलेगा । रिपोर्ट में बताया गया है कि 30 सालों के अंदर तापमान बढ़ने और तेज गर्म हवाओं के चलते भयानक सूखे की | नौबत आ सकती है । इसके साथ ही खेती के लिए जरूरी पानी पर भी खतरा मंडरा रहा है ।