
कोरबा,न्यूज़ धमाका:-नगर पालिक निगम की सामान्य सभा में वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट आज महापौर राजकिशोर प्रसाद प्रस्तुत करेंगे। ट्रांसपोर्ट नगर स्थित राजीव गांधी आडिटोरियम में आयोजित सामान्य सभा शुरू होने के पहले विपक्षी पार्षदों (भाजपा) मुख्य प्रवेश द्वार पर भाजपा पार्षदों ने ढोल मंजीरो के साथ भजन कीर्तन करते हुए भगवान से शहर के विकास के लिए प्रार्थना की, महापौर की सद्बुद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना की, साथ ही 2 वर्षो से शहर की जनता को लॉलीपॉप दिया जा रहा है।
इसके साथ महापौर समेत सत्ता पक्ष (कांग्रेस) के सभी पार्षदों को लालीपाप बांटा। नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल का कहना है कि पिछले बजट में रखे गए अनेक विकास कार्य अभी पूरे नहीं हैं। वहीं कई कार्य शुरू भी नहीं हुए हैं और अब महापौर पुन: नया बजट प्रस्तुत कर लालीपाप थमाएंगे। इसका विपक्ष विरोध करता है। सभा में भी विरोध जताया जाएगा। उल्लेखनीय है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में टाप टेन में शामिल होने नगर पालिका निगम ने पूरी ताकत झोंक दी है। घर- घर कचरा संग्रहण में अंक हासिल करना इस बार और अधिक चुनौतीपूर्ण होगा।
इस बार 1,500 अंक बढ़ने के कारण नगर निगम की ओर से हाथ रिक्शा के साथ ही 64 ई-रिक्शा से सफाई कार्य कराया जा रहा है। रात को सफाई पहले ही चलती थी, अब सुबह व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से कचरा लेने की जगह रात में ही संग्रहित किया जाने लगा है। निगम के आयुक्त प्रभाकर पांडेय ने स्वच्छ अभियान में सामाजिक संगठनों को जोड़ लिया है। निगम के सफाई कार्य में एक बड़ा समूह मदद के लिए हाथ बढ़ा रहा है। वर्ष 2021 में घर- घर कचरा संग्रहण में 6,000 अंक में से 4005 अंक हासिल किया था। इस बार अंक 6,000 से बढ़ाकर 7,500 कर दिया गया है।
कोरबा नगर निगम के कुल 67 वार्ड में 30 वार्ड शहर के हैं। शेष वार्ड उपनगरीय क्षेत्र बांकीमोंगरा, बाल्ाको, दर्री व कुसमुंडा में शामिल हैं। यहां नगर निगम के अलावा राज्य व केंद्र सरकार के औद्योगिक उपक्रम संचालित हैं। इन उद्योगों की कालोनियों में सफाई की पृथक व्यवस्था है। यही वजह है कि निगम का ध्यान पूरी तरह शहर के ही 30 वार्डो में केंद्रित है। निगम के पास करीब 260 हाथ रिक्शा उपलब्ध हैं।
मणिकंचन केंद्र की महिलाएं व नगर निगम के सफाई कर्मी घर- घर दस्तक देकर कचरा संग्रहित करते हैं। संसाधन बढ़ाते हुए निगम ने इस बार ई-रिक्शा प्रदान कर दी है। इससे काम की गति बढ़ गई है। पिछली बार करीब 1,200 स्वच्छता कर्मी थे, जिनकी संख्या बढ़ कर अब 1,399 हो गई है। ज आम लोगों को जागरूक करने के साथ सामाजिक संगठन के लोगों को भी सफाई कार्य से जोड़ कर स्वच्छता की अलख जगाई जा रही है।