- फाइजर/बायोएनटेक और मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन द्वारा विकसित एडेनोवायरस वेक्टर टीके और चीन के निष्क्रिय टीके सिनोवैक बायोटेक और सिनोफार्म के बाद कोवैक्सिन सातवां ऐसा टीका है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी सूची में शामिल किया है.
नई दिल्ली न्यूज़ धमाका ///भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के पैनल द्वारा आपातकालीन उपयोग सूचीकरण का दर्जा दिया गया है. इसे उन लाखों भारतीयों के लिए बड़ी राहत बताई जा रही है जिन्होंने इसकी डोज ली है औऱ देश से बाहर यात्रा करना चाहते हैं. ग्लोबल हेल्थ बॉडी ने कहा कि तकनीकी सलाहकार समूह (एक स्वतंत्र पैनल जो डब्ल्यूएचओ को टीके की सिफारिशें प्रदान करता है) ने निर्धारित किया है कि कोवैक्सिन COVID-19 से सुरक्षा के लिए मानकों को पूरा करता है. वैक्सीन का लाभ जोखिम से कहीं अधिक है, इसलिए वैक्सीन का उपयोग किया जा सकता है.
आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल होने के बाद भारत बायोटेक उन देशों को वैक्सीन भेज सकेगी जो डब्ल्यूएचओ के मार्गदर्शन पर निर्भर हैं. अनुमति मिलने के साथ ही देशों को कोवैक्सिन के आयात की प्रक्रिया में तेजी आने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही यह संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपातकालीन कोष (यूनिसेफ), पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (पीएएचओ), और जीएवीआई कोवैक्स सुविधा जैसे वैश्विक निकायों को जरूरतमंद देशों को वितरण की अनुमति भी देता है.WHO की मंजूरी से कुछ समय पहले कोवैक्सिन की शेल्फ लाइफ को 12 महीने तक के लिए बढ़ा दिया गया था. जब इसे पहली बार देश में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली थी, तब वैक्सीन की शुरुआत में छह महीने की शेल्फ लाइफ थी.