
दिवाली,न्यूज़ धमाका:- कार्तिक मास की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है परंतु इस बार अमावस्या तिथि के दिन सूर्य ग्रहण है। अमावस्या तिथि 24 अक्टूबर 2022 को प्रारं होकर 25 अक्टूबर शाम 4 बजे बाद समाप्त होगी। शाम को 4 बजे के बाद से ही सूर्य ग्रहण प्रारंभ होगा जिसका सूतककाल पहले ही प्रारंभ हो जाएगा। ऐसे में आओ जानते हैं कि दिवाली और ग्रहण के दरम्यान क्या करें क्या न करें।
कब है सूर्य ग्रहण अक्टूबर 2022:- सूर्य ग्रहण का समय-25 अक्टूबर 2022 कार्तिक मास की अमावस दिन मंगलवार के दिन यह सूर्य ग्रहण करीब शाम 4 बजकर 30 मिनट पर प्रारंभ होगा और इसका परमग्रास करीब 5 बजकर 32 मिनट पर रहेगा। इसके बाद सूर्यास्त के साथ ग्रहण समाप्त होगा। ग्रहण की कुल अवधि 01 घण्टा 31 मिनट्स और 20 सेकण्ड्स तक रहेगा।
ग्रहण का सूतक काल :- इस ग्रहण का सूतक 03 बजकर 32 पर प्रारम्भ होगा और 06 बजकर 01 पर समाप्त होगा।
भारत के किस शहरों में दिखाई देगा सूर्य ग्रहण : यह ग्रहण नई दिल्ली, बेंगलूरु, कोलकाता, चेन्नई, उज्जैन, वाराणसी और मथुरा में दिखाई देगा।
भारत की किन जगहों पर नहीं दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण : सूर्यग्रहण भारत के असम, गुवाहाटी, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैण्ड, अरूणाचल प्रदेश में दृश्यमान नहीं होगा। अत: इन स्थानों पर ग्रहण का सूतक व यम-नियम मान्य नहीं होंगे।
सूर्य ग्रहण और दिवाली के दौरान क्या करें |
1. इस दौरान एकादशी से पहले से तोड़कर रखें गए तुलसी के पत्तों का उपयोग खाने और पूजा में करें।
2. जहां सूर्य ग्रहण का सूतककाल मान्य है वहां नियमों का पालन करें।
3. ग्रहण के पश्चात ही भोजन-पानी ग्रहण करें।
4. ग्रहण के बाद स्नान, दान करें।
5. दिवाली के दिन दरवाजे पर पर हल्दी के जल का छिड़काव करें।
6. दिवाली के दिन घर के अंदर रंगोली बनाएं।
7. दिवाली के दिन किचन में दीपक जलाया जाता है।
8. लक्ष्मी पूजा के बाद काजल लगाएं।
सूर्य ग्रहण और दिवाली के दौरान क्या न करें
1: ग्रहण को खुली आंखों से न देखें।
2. ग्रहण के दौरान अग्निकर्म, स्नान और पूजा न करें।
3. ग्रहण के दौरान में चाकू, छुरी या तेज धार वाली वस्तुओं का प्रयोग न करें।
4. दिवाली पर तामसिक चीजों का सेवन और नशा न करें।
5. दिवाली पर गंदगी फैलाना या कचरा फैलाने का कार्य न करें।