सूरजपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में इच्छा शक्ति मजबूत हो तो बदतर स्थल को स्वच्छ और सुंदर बनाया जा सकता है। अपनी दिवंगत सास के सपनों को साकार करने नगर पालिका सूरजपुर के अग्रसेन वार्ड की महिला पार्षद मंजू गोयल ने ऐसा ही कर दिखाया है।
जिला मुख्यालय में नगर पालिका परिषद के नमी युक्त क्षेत्र के पानी और गंदगी से लबालब अग्रसेन वार्ड का गंदा नाला कभी आकर्षण का मुख्य केंद्र और लोगों के कौतूहल का स्थल बन जायेगा। यह किसी ने सोचा भी नहीं था, लेकिन स्थानीय पार्षद की दूरदर्शिता और कुछ बेहतर करने की सोच ने उस गंदे नाले का कुछ ऐसा कायाकल्प कर दिखाया कि आज वही स्थान शहर के प्रमुख स्थलों में गिना जाने लगा है।
बच्चों के लिए अब यह स्थल जल क्रीड़ा के काम आता है, तो वही वार्ड वासी पार्वती घाट में तब्दील स्थल में धार्मिक व सामाजिक गतिविधियां आयोजित करते हैं। इतना ही नहीं वे साल भर पार्वती घाट की साफ-सुथरी सीढ़ियों पर बैठकर सुकून के पल व्यतीत करते हैं।
बता दें कि शहर के अग्रसेन वार्ड में स्थित पार्वती घाट दो साल पहले तक गंदा नाला और कचरा फेंकने का स्थान हुआ करता था। एक दशक पूर्व अग्रसेन वार्ड की दिवंगत पार्षद स्वर्गीय पार्वती देवी गोयल के समक्ष वार्ड वासियों ने तालाब अथवा बांध निर्माण की मांग रखी थी, तब उनकी पहल पर वार्ड के गंदे नाले को राज्य परिवर्तित योजना में गिरजा नाला का शक्ल देने शामिल किया गया था। उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद यह परियोजना अधर में लटक गई थी।
मोहल्ले के कृष्ण कुमार खत्री ने कहा कि लोगों की अपेक्षा के अनुरूप पार्वती घाट का निर्माण पार्षद की पहल पर नगर पालिका व जन सहयोग से हुआ है। वार्ड वासियों में पार्षद के इस प्रयास की सभी सराहना करते है। लाइटिंग और सौंदर्यीकरण के मध्य प्राकृतिक नजारा लोगों को आकर्षित करता है।
दिवंगत पार्षद की प्रेरणा एवं वार्ड वासियों की अपेक्षाओं के अनुरूप गिरजा नाला को पार्वती घाट के रूप में विकसित किया गया। वार्ड वासियों की इच्छा और परस्पर आर्थिक सहयोग से दिवंगत पार्षद पार्वती देवी गोयल की प्रतिमा लगाई गई। जिस उद्देश्य को लेकर पार्वती घाट का निर्माण हुआ, उस उद्देश्यों के साथ-साथ सुंदर और मनोरंजन स्थल के रूप में नई पहचान मिली है। अभावग्रस्त वार्ड को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने वाली माता तुल्य पार्षद को सही मायने में सच्ची श्रद्धांजलि है।