
जांजगीर न्यूज़ धमाका /// जिले के एक युवक की यूपी में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक अपने परिवार के साथ ईंट-भट्ठे में काम करने गया था। परिजनों का आरोप है कि मजदूरी के दौरान उन्हें खाने के लिए भी नहीं दिया गया। मजदूरी मांगने पर भटठा संचालक ने बुरी तरह से पीटा। रिपोर्ट भी नहीं लिखाने दी। एंबुलेंस से मजदूर के घर जांजगीर भिजवा दिया। अब जांजगीर पुलिस ने FIR दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

कुदरी गांव निवासी 40 वर्षीय राजगीर सोनाझरी अपनी पत्नी बसंत बाई सोनाझरी और तीन बेटियों को लेकर करीब एक महीने पहले प्रयागराज में ईंट-भट्ठे में काम करने के लिए गया था। वहां हंडिया स्थित प्रवीण त्रिपाठी के ईंट-भट्ठे में काम करने लगा। कुछ दिन बाद मौसम खराब होने के चलते काम बंद हो गया। तब संचालक ने इन मजदूरों को पैसों का भुगतान नहीं किया।
मृतक के परिजनों का कहना है कि जब भूख से मरने की नौबत आ गई तो मजदूर राजगीर 24 जनवरी को भटठा मालिक प्रवीण त्रिपाठी के पास पैसे मांगने गया। आरोप है कि प्रवीण त्रिपाठी ने काम बंद होने के बावजूद पैसे मांगने पर राजगीर को बुरी तरह से पीटा। हालत गंभीर होने पर उसे अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजनों को रिपोर्ट भी दर्ज नहीं कराने दी और परिवार को धमकी देकर शव एंबुलेंस से भिजवा दिया।
जांजगीर पहुंचने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। परिजनों ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की बात कही तो ईट-भट्ठा संचालक प्रवीण त्रिपाठी ने उन्हें धमकी दी। कहा कि थाने जाओगे तो कोई जिंदा नहीं जाएगा। तुम सबको मारकर गंगा नदी में बहा देंगे।
मृतक मजदूर के परिजनों के मुताबिक एक माह पहले जिले के 40 मजदूरों को पामगढ़ की महिला दलाल सहोदरा बाई काम दिलाने की बात कहकर ले गई थी। उनके साथ वह भी गए थे। प्रवीण त्रिपाठी के ईंट-भट्टा में करीब 3 सप्ताह तक काम किया, लेकिन मौसम खराब होने के चलते ईंट बनना बंद हो गया। ईंट-भट्टा मालिक ने खाने के लिए लिए सप्ताह भर में 7 सौ रुपए दिए। जिससे गुजारा नहीं चल पा रहा था। घटना के बाद से दलाल महिला लापता बताई जा रही है।